योगी आदित्यनाथ के साथ राजनाथ व राज्यपाल राम नाईक ने दी दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि
लखनऊ के दीनदयाल उपाध्याय पार्क में इस मौके पर योगी आदित्यनाथ सरकार के आधा दर्जन कैबिनेट मंत्री भी मौजूद थे।
लखनऊ (जेएनएन)। राज्यपाल राम नाईक के साथ आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। लखनऊ के दीनदयाल उपाध्याय पार्क में इस मौके पर योगी आदित्यनाथ सरकार के आधा दर्जन कैबिनेट मंत्री भी मौजूद थे।
राज्यपाल राम नाईक के साथ केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, विधि मंत्री श्री बृजेश पाठक राज्यमंत्री स्वाती सिंह, विधायक सुरेश चन्द्र श्रीवास्तव तथा लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया ने आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर केकेसी के पास दीनदयाल वाटिका में उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विशिष्टजन व नागरिक भी उपस्थित थे।
राज्यपाल राम नाईक ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर कहा कि पं दीनदयाल उपाध्याय जी असाधारण व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे। एक समाज सुधारक थे। उन्होंने एकात्म मानववाद का संदेश देते हुये अंत्योदय का विचार प्रस्तुत किया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने अपना पूरा जीवन देश की नि:स्वार्थ सेवा में लगा दिया। राज्यपाल ने कहा कि दो वर्ष पहले पूरे देश में पंडित उपाध्याय जी की जन्म शताब्दी वर्ष मनाया गया। हमें सोचना होगा कि हमने पंडित उपाध्याय के दिखाये मार्ग पर कितना आगे बढ़े हैं और कितना आगे चलना है।
राज्यपाल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंतिम भाषण का उदाहरण देते हुए बताया कि उन्होंने कहा था कि जिस दिन गरीबों को पक्के, सुन्दर, स्वच्छ घर बनाकर देंगे, जिस दिन हम इनके बच्चों और स्त्रियों को शिक्षा और जीवन-दर्शन का ज्ञान देंगे, जिस दिन हम इनके हाथ और पांव की बिवाइयों को भरेंगे और जिस दिन इनको उद्योगों और धन्धों की शिक्षा देकर इनकी आय को ऊंचा उठा देंगे, उस दिन हमारा भ्रातृभाव व्यक्त होगा।
राज्यपाल ने कहा कि 50 वर्ष पहले पंडित जी ने जो विचार व्यक्त किये थे उन्हीं विचारों पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में योजनाएं बन रही है और कार्यान्वित हो रही हैं। उन्होंने आह्वान किया है कि सभी लोग इस पुनीत यज्ञ में अपनी आहुति देकर देश और प्रदेश को आगे बढ़ाने में योगदान दें, यही पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।