बाल विवाह के खिलाफ खड़ा हो पुलिस परिवार : राज्यपाल आनंदी बेन पटेल
उत्तर प्रदेश पुलिस परिवार कल्याण एसोसिएशन के प्रेरणा गीत की सीडी का राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने किया लोकार्पण।
लखनऊ, जेएनएन। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने बुधवार को डीजीपी ओपी सिंह व अन्य पुलिस अधिकारियों से बाल विवाह व महिला अपराधों से जुड़ी ऐसी अन्य कुरीतियों के खिलाफ डटकर खड़े होने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाल विवाह अभी भी हो रहे हैं। जिन बेटियों का अभी शारीरिक व मानसिक विकास भी नहीं हुआ, फिर भी वह मां बनने जा रही हैं। इसी वजह से प्रदेश में हर साल छह हजार माताओं की मृत्यु बच्चे को जन्म देने के पहले, जन्म देने के दौरान या उसके बाद हो जाती है। यह संख्या कम नहीं है।
यूपी 112 मुख्यालय में बुधवार शाम वामा सारथी, उप्र पुलिस परिवार कल्याण एसोसिएशन के प्रेरणा गीत की सीडी का लोकार्पण करने के बाद राज्यपाल ने कहा कि वह पुलिस परिवारों से अपेक्षा करती हैं कि जहां बाल विवाह हो, वे उसके खिलाफ खड़े हों। वामा सारथी के समारोह की मुख्य अतिथि राज्यपाल ने कहा कि पूरा पुलिस परिवार बैठा है, तब कहने की हिम्मत हुई है कि बाल विवाह को बंद करवाइये।
बाल विवाह न हो, इसके लिए राज्य सरकार ने सामूहिक विवाह का विकल्प दिया है। समारोह में नृत्य नाटिका के दौरान एसिड अटैक के दृश्य व प्रस्तुति ने राज्यपाल को भी भावुक कर दिया। राज्यपाल ने दहेज प्रथा व अन्य कुरीतियों को खत्म करने के लिए पुलिस परिवार को प्रेरित किया। राज्यपाल ने वामा सारथी संस्था के सामाजिक कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्हें और सार्थक ढंग से आगे बढ़ाने की बात कही। कहा कि 'वामा सारथी' का अर्थ स्त्री अथवा शक्ति के ऐसे स्वरूप से है, जो अपने परिवार की उन्नति के लिए सारथी के रूप में काम करती है। एक सारथी को सही दिशा दिखाने और अपने कर्तव्य धर्म को निभाने में कितना बड़ा योगदान होता है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण भगवान श्रीकृष्ण यानी 'पार्थसारथी' हैं। राज्यपाल ने विशिष्टि अतिथि पद्मभूषण पंडित छन्नू लाल मिश्रा को स्मृति चिह्न व अंगवस्त्र भेंट किया। डीजीपी ओपी सिंह व उनकी पत्नी नीलम सिंह ने राज्यपाल को अंग वस्त्र व स्मृति चिह्न भेंट किया।
डीजीपी ने गिनाईं दो साल की उपलब्धियां
डीजीपी ओपी सिंह ने समारोह में अपने दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं। कहा कि पुलिस परिवार की बेहतरी के लिए उन्हें सीजीएचएस दरों पर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कराई जा रही हैं। 36 जिलों के 250 अस्पतालों में पुलिस परिवार चिकित्सा सुविधा हासिल कर रहे हैं। 52 जिलों की पुलिस लाइन में सब्सिडियरी पुलिस कैंटीन संचालित कराई गई हैं। पुलिस कर्मियों के कर्तव्य पालन के दौरान होने वाली परेशानियों को भी हल करने का प्रयास किया गया है। इस वर्ष करीब दो हजार करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं, जिससे जल्द सभी पुलिसकर्मियों को आवास उपलब्ध होंगे।
'वामा सारथी गीत' का लोकार्पण
श्रृंगार, करुणा, हास्य, वीर व शांति सहित नौ रसों को समाहित करते पुलिस परिवार के बच्चों ने नाटिका का मंचन किया तो लोग खुद को तालियां बजाने से नहीं रोक सके। उत्कृष्ट ध्वनि और प्रकाश के समायोजन से पुलिस मॉर्डन स्कूल के बच्चों पुलिस के जवानों ने उत्कृष्ट प्रतिभा का प्रदर्शन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। शहीद पथ स्थित पुलिस मुख्यालय प्रेक्षागृह में आयोजित रंगारंग कार्यक्रम के दौरान मंच पर बतौर सूत्रधार शामिल हुए पुलिस फॉलोवर अभिषेक और स्वदेश ने अपनी कला से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उत्तर प्रदेश पुलिस फैमिली वेलयर एसोसिएशन की ओर से बनाए गए 'वामा सारथी गीत' के लोकार्पण अवसर पर आयोजित नृत्य नाटिका के उपरांत पुलिस मॉर्डन स्कूल के मेधावियों को सम्मानित भी किया गया। पद्मभूषण पं.छन्नूलाल की मौजूदगी में हुए लोकार्पण समारोह में एसोसिएशन की पदाधिकारी भी शामिल हुईं। एसोसिएशन की अध्यक्ष नीलम सिंह की अध्यक्षता में हुए आयोजन के दौरान सरोज सिंह द्वारा लिखित गीत को आवाज देने वाली बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विवि की प्रो.सुनीता मिश्रा ने बताया कि मेनका, पुनीता, ज्योत्सना अरुण और मनोज कुमार ने साथ में आवाज दी है। यह गीत पुलिस के विकास और एसोसिएशन की कार्यशैली को दिखाता है। 'पार्थसारथी' के रूप में श्रीकृष्ण थे और इसी मंशा से पार सारथी भी काम कर रही है।