दो नहीं अब डेढ़ साल में आकार लेगा विश्वस्तरीय गोमतीनगर स्टेशन
दिसंबर में दिखने लगेगा काम, एनबीसीसी ने मंजूर की फाइनल डिजाइन। चार मंजिला बनेंगे शॉपिंग काम्पलेक्स, पिक एंड ड्राप जोन की होगी सुविधा।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। गोमतीनगर को विश्वस्तरीय बनाने की पहले चरण की समय सीमा छह महीने कम होगी। पहले चरण में गोमतीनगर स्टेशन अब दिसंबर 2019 तक आकार ले लेगा। इस साल दिसंबर तक गोमतीनगर स्टेशन का काम दिखने लगेगा। माना जा रहा है कि दिसंबर में काम का निरीक्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। पिछले दिनों आए रेलवे बोर्ड के सदस्य इंजीनिय¨रग ने स्टेशन के काम को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए थे। वहीं नेशनल कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग कारपोरेशन (एनबीसीसी) ने गोमतीनगर स्टेशन की फाइनल डिजाइन को मंजूरी दे दी है।
रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) के साथ मिलकर एनबीसीसी गोमतीनगर स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाएगा। गोमतीनगर स्टेशन को डिजाइन एशिया के जाने माने आर्किटेक्ट दीक्षू कुकरेजा ने किया है। करीब 40 एकड़ भूमि में से 20 एकड़ भूमि पर स्टेशन का निर्माण कराया जाएगा। माना जा रहा है कि इस पूरे प्रोजेक्ट पर 1800 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिसमें 350 करोड़ का टेंडर एक कंपनी को मिल गया है। मौके पर काम भी शुरू हो गया है। स्टेशन की बिल्डिंग दो भागों में विभाजित होगी। नार्थ बिल्डिंग और साउथ बिल्डिंग। नार्थ बिल्डिंग में मुख्य स्टेशन भवन होगा। इसके साथ दो रिटेल मॉल, प्लेटफार्मो का विस्तार और उनका सुंदरीकरण, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जैसे काम होंगे। मुख्य स्टेशन भवन दो मंजिला होगा। भूतल पर बाहर की ट्रेनों से आने वाले यात्री आकर एस्केलेटर, लिफ्ट और सीढि़यों के जरिए बाहर आएंगे। जबकि प्रथम तल पर शहर से ट्रेन पकड़ने आने वाले यात्री कार के जरिए सीधे पहुंचेंगे। वह अपनी ट्रेन के आने पर ही प्लेटफार्मो पर उतर सकेंगे।
एमपी थ्री का भी मजा:
दूसरे चरण में रेलवे की खाली जमीन का कॉमर्शियल इस्तेमाल करने के लिए विस्तार किया जाएगा। यहां चार मंजिला शॉपिंग मॉल के अलावा एमपी थिएटर की सुविधा होगी। साथ ही मेडिकल रूम भी होगा जहां बीमार यात्रियों को रखा जाएगा। विश्रामालय और प्रतीक्षालय के अलावा रेस्त्रां व आरक्षण केंद्र की सुविधा भी होगी।