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यूपी में दिव्यांगों के पास नौकरी का सुनहरा अवसर, लखनऊ में जल्द लगेगा विशेष रोजगार मेला

कोरोना संक्रमण काल में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग ओर से अधिक से अधिक भी प्रवासी दिव्यांगों को रोजगार देने की मंशा के सापेक्ष प्रधानमंत्री कौशल विकास विभाग ने भी कमर कस ली है। संस्थानों को 70 फीसद को नौकरी देने की अनिवार्यता के बाद दिव्यांगों को नौकरी के अधिक अवसर मिलेंगे।

By Vikas MishraEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 01:02 PM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 06:12 PM (IST)
यूपी में दिव्यांगों के पास नौकरी का सुनहरा अवसर, लखनऊ में जल्द लगेगा विशेष रोजगार मेला
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के सहयोग से प्रशिक्षण के साथ ही नौकरी के अवसर दिए जाएंगे।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण काल में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग ओर से अधिक से अधिक भी प्रवासी दिव्यांगों को रोजगार देेने की मंशा के सापेक्ष प्रधानमंत्री कौशल विकास विभाग ने भी कमर कस ली है। प्रशिक्षण देने वाली संस्थानों को 70 फीसद को नौकरी देने की अनिवार्यता के बाद अब दिव्यांगों को नौकरी के अधिक अवसर मिलेंगे। प्रशिक्षण देने वाली संस्था सौभाग्य फाउंडेशन की ओर से मूक बधिरों के लिए तीन दिसंबर को विश्व दिव्यांग दिवस विशेष भर्ती मेला लगाया जाएगा। फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अमित मेहरोत्रा ने बताया कि सरकार की मंशा के सापेक्ष मेला लगाया गया। महिला दिव्यांगों को अधिक से अधिक अवसर दिया जाएगा। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के सहयोग से प्रशिक्षण के साथ ही नौकरी के अवसर दिए जाएंगे। 

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10 हजार रुपये की मिलेगी आर्थिक मददः विश्व दिव्यांग दिवस के पहले आत्म निर्भर भारत योजना के तहत सभी दिव्यांगों का राशन कार्ड बनेगा। नए दिव्यांगों के पंजीयन के साथ ही राजधानी में पंजीकृत सभी 18 हजार से अधिक दिव्यांगोें को पेंशन के साथ ही स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। सभी दिव्यांगों को मिल रही 500 रुपये महीने की पेंशन सही समय से उनके खाते में भेजने की कार्रवाई की जाएगी। ऐसे दिव्यांग जिनका दिव्यांगता होने के बावजूद प्रमाण पत्र नहीं बना है, उनका दिव्यांग प्रमाण पत्र जिला मुख्य चिकित्साधिकारी के माध्यम से बनवाया जाएगा। 10 हजार रुपये की आर्थिक मदत भी की जाएगी।

लखनऊ में पंजीकृत 18 हजार दिव्यांगों काे आत्म निर्भर भारत योजना के तहत राशन कार्ड बनवाया जा रहा है। स्वरोजगार के लिए 10 हजार रुपये की मदत की जा रही है। कोई भी दिव्यांग जिसका राशन कार्ड नहीं बना है वह जिला पूर्ति कार्यालय से भी संपर्क कर सकता है। विभाग की ओर से अधिक से अधिक युवाओं को नौकरी दी जाएगी। -केके वर्मा, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी


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