गोल्ड मेडलिस्ट खिलाडिय़ों को पार्सल बोगी में करना पड़ा सफर
नासिक से हरदोई आए थे स्कूल गेम्स में हिस्सा लेने, नहीं मिल सका वापसी का रिजर्वेशन। जनरल टिकट लेकर पार्सल बोगी में किया सफर।
लखनऊ, जेएनएन। अखिल भारतीय स्तर की स्कूल गेम्स प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आए 35 खिलाडिय़ों को वापसी का कष्टदायी सफर करना पड़ा। सीट कन्फर्म न होने के कारण इन खिलाडिय़ों को लखनऊ-एलटीटी एक्सप्रेस की पार्सल यान में बैठकर सफर करना पड़ा।
गोल्ड मेडल और ट्राफी जीतकर वापस लौट रहे खिलाडिय़ों की दुर्दशा देख वहां से गुजर रहे यात्रियों ने इसकी सूचना रेलवे को भी दी। हालांकि, देर रात तक रेलवे की ओर से खिलाडिय़ों को कोई सहायता उपलब्ध नहीं हो सकी थी। हरदोई में चल रहे स्कूल गेम्स में हिस्सा लेने के लिए महाराष्ट्र से 35 स्कूली बच्चों का दल आया था। यह दल नासिक से एकत्र होकर हरदोई पहुंचा और वहां जिमनास्टिक और क्रिकेट व कबड्डी सहित कई प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीता। प्रतियोगिता का ओवर ऑल चैंपियन का खिताब भी महाराष्ट्र को मिला।
यह दल 27 नवंबर को लखनऊ आ गया। यहां दो दिनों तक स्टेशन पर पड़ा रहा। सुबह पांच बजे से आरक्षण केंद्र में तत्काल आरक्षण के लिए लंबी लाइन लगायी। इसके बावजूद एक भी सीट कन्फर्म नहीं मिल सकी। इसके बाद गुरुवार को लखनऊ से एलटीटी जाने वाली ट्रेन 12108 एलटीटी एक्सप्रेस में स्लीपर क्लास की वेटिंग के टिकट भी उन्होंने लिया। खिलाडिय़ों के साथ आईं स्कूल फेडरेशन आफ महाराष्ट्र की सचिव मीनाक्षी ने बताया कि उन्होंने डीआरएम आफिस में संपर्क किया था, जिससे वीआइपी कोटे से सीटें मिल सकें लेकिन उनको सीटें नहीं मिल पाईं। सभी वेटिंग में रह गईं। इसके बाद यह बच्चे जनरल टिकट लेकर पार्सल वाली बोगी में बैठ गए।