टिकट काउंटर पर खुले रुपये दें, वरना नहीं मिलेगी शेष रकम
यदि आपने भूल से भी 500 रुपये का नोट रेलकर्मी को दे दिया तो वह डकार जाएगा। रेलकर्मियों का यह गोरखधंधा अब भी जारी है।
लखनऊ (जेएनएन) । यदि आप चारबाग स्टेशन पर जनरल क्लास का टिकट खरीदने आ रहे हैं तो सावधान हो जाएं। काउंटर पर तैनात कर्मी को केवल किराये के खुले रुपये ही दें। यदि आपने भूल से भी 500 रुपये का नोट रेलकर्मी को दे दिया तो वह डकार जाएगा। रेलकर्मियों का यह गोरखधंधा अब भी जारी है। रविवार को एक और यात्री इसका शिकार हो गया। यात्री की शिकायत पर जांच हुई तो पता चला कि कर्मचारी ने यात्री से अधिक वसूली की थी। हंगामे के बाद यह रकम वापस की।
रेल यात्री एपी शर्मा ने लखनऊ से वाराणसी जाने के लिए गंगा सतलज एक्सप्रेस का जनरल क्लास का टिकट चारबाग स्टेशन के बुकिंग काउंटर से खरीदा था। लखनऊ से फैजाबाद होकर वाराणसी तक का जनरल का किराया 110 रुपये था। एपी शर्मा ने बताया कि रेलकर्मी को 500 रुपये का नोट दिया। एपी शर्मा शेष 390 रुपये वापस मिलने का इंतजार करते रहे। बहुत देर तक जब रेलकर्मी ने उन्हें शेष रुपये नहीं लौटाए तो उन्होंने कर्मचारी को टोका। इस पर रेलकर्मी भड़क गया। उसने आरोप लगाया कि उसे 110 रुपये ही मिले थे। उसे कोई 500 रुपये का नोट दिया ही नहीं गया है। एपी शर्मा तुरंत स्टेशन पर तैनात वरिष्ठ कर्मचारियों के पास गए और शिकायत दर्ज कराने के लिए पुस्तिका मांगी। इसके बाद सीनियर अधीक्षक ने जब रेलकर्मी से पूछताछ की तो वह घबरा गया। कर्मचारी ने बिना देरी के ही 390 रुपये वापस कर दिए। इस बारे में सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ल का कहना है कि यात्रियों से वसूली करने वाले कर्मचारियों की पहचान की जा रही है। मामले की पूरी जांच के बाद दोषी पर कार्रवाई की जाएगी। दो दिन पहले ही सीनियर डीसीएम ने बुकिंग काउंटरों पर छापा मारा था जहां कुर्सियों के नीचे चोर पॉकेट में यात्रियों से वसूल किए गए रुपये बरामद हुए थे।