लाल निशान को पार कर आबादी की ओर बढ़ी घाघरा, एसडीएम ने लिया जायजा
अंबेडकरनगर में घाघरा का पानी आबादी वाले इलाके में घुसना शुरू हुआ सुरक्षित ठिकाना ढूंढ़ने में लगे लोग।
अंबेडकरनगर, जेएनएन। खतरे के निशान को पार कर रोजाना तेजी से बढ़ रही घाघरा नदी आबादी के इलाकों में घुसने लगी है। आलापुर और टांडा तहसील क्षेत्र के तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा गहराने लगा है। फसलें पहले ही जलमग्न होने से मवेशियों के चारे का संकट झेल रहे लोगों को अब खुद के लिए सुरक्षित ठिकाना तलाशना पडऩे लगा है।
टांडा संवादसूत्र के मुताबिक नदी के जलस्तर में गत सोमवार के सापेक्ष मंगलवार को 12 सेंटीमीटर का इजाफा हुआ है। दोपहर दो बजे रिकार्ड हुए जलस्तर में नदी खतरे के लाल निशान 92.730 मीटर से 23 सेंटीमीटर ऊपर 92.960 मीटर पर पहुंचा है। टांडा तहसील क्षेत्र के मांझा उल्टहवा के सात पुरवों तक बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। इसमें मांझा कला और गंगापुर प्रभावित होने लगे हैं। इसके अलावा आलापुर तहसील क्षेत्र के आराजी देवारा, मांझा कम्हरिया एवं सिद्धनाथ गांव बाढ़ की चपेट में हैं। टांडा के एसडीएम अभिषेक पाठक और आलापुर के एसडीएम धीरेंद्र श्रीवास्तव ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। यहां राहत एवं बचाव कार्य के लिए नाविकों को सजग किया। निवासियों को सुरक्षित रखने का भरोसा दिलाया।
बूंदाबांदी के बाद चटख धूप से बढ़ी उमस : मंगलवार की सुबह से काले बादलों और बूंदाबांदी के साथ हुई। बीते सोमवार की शाम से ही मौसम करवट बदलने लगा था। हालांकि दिन चढऩे के साथ चटख धूप खिली और उमस फिर से हावी हो गई। जिले का तापमान अधिकतम 32 एवं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ है। मौसम विभाग ने आगामी सप्ताह में काले बादलों की आवाजाही के बीच बारिश रोजाना होने का अनुमान लगाया है। प्रमुख व संपर्क मार्गों समेत आबादी के इलाकों में अभी जलभराव है। खेतों में धान, मेंथा व सब्जियों की फसलें जलमग्न होने से नुकसान की संभावना बढ़ी है। उधर किसान धान की रोपाई में जुटे हैं।