पशुओं की दवा खिलाकर बना रहे थे बॉडी बिल्डर, ऐसे हुआ खुलासा Lucknow News
राजधानी में पकड़ा गया प्रतिबंधित दवाओं का जखीरा। जिम में सप्लाई कर रहे थे हार्मोनल दवा।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी समेत यूपी के कई जनपदों में प्रतिबंधित हार्मोनल दवाएं खपा दी गईं। मेडिकल स्टोर व जिम संचालकों ने पशुओं के लिए बनी दवा बॉडी-बिल्डर के शौकीनों का खिला दीं। पैसे के लालच में युवकों की सेहत से हो रहे खिलवाड़ का सोमवार को भंडाफोड़ हुआ।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) के सहायक आयुक्त लखनऊ मंडल रमाशंकर के मुताबिक राजधानी समेत प्रदेश भर में प्रतिबंधित हार्मोनल व स्टेरॉयड दवाओं का धंधा चलने की भनक लगी। सोमवार को एफएसडीए व पुलिस टीम ने हैदरगंज चौराहे पर जाल बिछाया। इस दौरान 11:30 बजे के बाद एक संदिग्ध कार को रोका गया। तलाशी के दरम्यान दवाओं के 45 डिब्बे बरामद किए गए। इसके अलावा 80 इंजेक्शन भी पाए गए। इसमें पाई गईं टैबलेट, कैप्सूल व इंजेक्शन हार्मोनल और स्टेरॉयड युक्त हैं।
कई डिब्बों पर पशुओं के चित्र बने मिले। जांच करने पर इनकी पोटेंसी काफी हाई मिली। यह प्रतिबंधित दवाएं मेडिकल स्टोरों व जिम में खपाई जा रही थीं। पूछताछ में पता चला कि बॉडी-बिल्डर के शौकीन युवा इनका प्रयोग करते हैं। वहीं पशुओं के लिहाज से बनी हाई पोटेंशियल की डोज व्यक्ति के सेवन के लिए घातक है। इनके सेवन से हार्ट व किडनी का खराब कर सकती हैं। वहीं कुछ दवाएं नर्व को रिलेक्स करने वाली हैं।
मेरठ से चल रहा था पांच वर्ष से धंधा
सहायक आयुक्त रमाशंकर के मुताबिक यह धंधा पांच वर्षों से चल रहा था। पूछताछ में इसका खुलासा हुआ। यह दवाएं दिल्ली से मेरठ की दुकान में भेजी जाती थीं। यहां से राजधानी के अलावा, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुर समेत पूरे प्रदेश में भेजी जाती थीं।
साढ़े सात लाख की दवा पकड़ी
रमाशंकर के मुताबिक कार चालक ने अपना नाम मेरठ के शाहपीर निवासी अफसर अहमद बताया। पुलिस ने कार को सीज कर दिया गया है। इसमें कुल 7,83, 250 रुपये की दवा सील की गई। इसमें रायबरेली में बेची गई दवा का चेक भी मिला है।
चार जनपदों की टीम रही तैनात
पूरे अभियान में चार जनपदों की टीम तैनात रही। इस दौरान सहायक आयुक्त मंडल रमाशंकर, लखनऊ ड्रग इंस्पेक्टर माधुरी सिंह, बृजेश कुमार, रायबरेली के ड्रग इंस्पेक्टर दीपक शर्मा,सीतापुर के ड्रग इंस्पेक्टा नवीन कुमार शामिल रहे।
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