लखनऊ के मानव ब्लड बैंक में एफएसडीए का छापा-सील, राजस्थान से हो रही थी घटिया खून की सप्लाई
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कृष्णानगर स्थित मानव ब्लड बैंक में राजस्थान से घटिया ब्लड की सप्लाई की जा रही थी। मिडलाइफ में एफएसडीए की छापेमारी के बाद से मालिक फरार है। सूचना मिली है कि आरोपित मालिक लद्दाख में बैठा है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट (एफएसडीए) की टीम ने शनिवार को विभिन्न इलाकों में चल रहे ब्लड बैंकों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान कृष्णा नगर स्थित मानव चैरिटेबल ब्लड हैंड कंपोनेंट सेंटर पर की गई छापेमारी में तमाम अनियमितताएं व खामियां मिलीं।
यहां कोल्ड चेन मेनटेन नहीं था। इतना ही नहीं डोनर फार्म पर न तो पूरा विवरण लिखा पाया गया और न ही मेडिकल आफिसर द्वारा सत्यापित मिला। इसके साथ ही कई अन्य अनियमित्ताएं मिलीं जिसके बाद ब्लड बैंक से ब्लड का नमूना एकत्र करके एसजीपीजीआई को जांच के लिए भेजा गया है।
छापेमारी के दौरान मेडिकल आफिसर व मालिक पंकज त्रिपाठी गायब मिले। पूछताछ करने पर पता चला कि वह लद्दाख में है। टीम को ब्लड बैंक के भीतर कोई काम होता नहीं मिला। ड्रग विभाग के सहायक आयुक्त ब्रजेश यादव ने बताया कि ब्लड बैंक में राजस्थान के जयपुर चूरू एवं पंजाब के भटिंडा से पीआरबीसी मंगाई जाती है।
सत्यापन में पता चला कि नाको द्वारा निर्धारित नियमावली के अंतर्गत पीआरबीसी की सप्लाई की अनुमति नहीं ली गई। स्टाफ द्वारा यह भी नहीं बताया जा सका कि ब्लड को कितने टेंपरेचर पर लाया जाता है। इसके अलावा ब्लड बैंक के भीतर एसओपी प्रदर्शित नहीं पाया गया।
बायो मेडिकल वेस्ट एग्रीमेंट भी नहीं मिला। ब्लड बैंक का पुराना रिकार्ड भी नहीं दिखाया जा सका।ड्रग इंस्पेक्टर माधुरी ने बताया कि ब्लड बैंक के अंदर मिली कमियां, अनियमितताओं, को दृष्टिगत रखते हुए औषधि अधिनियम 1940 की धारा के अंतर्गत ब्लड बैंक अग्रिम आदेश तक बंद करने के निर्देश प्राप्त कराए गए।
पहले से ब्लड बैंक बंद होने की नोटिस भी चस्पा : ड्रग इंस्पेक्टर माधुरी ने बताया कि ब्लड बैंक पर पहले से ही नोटिस चस्पा था की तकनीकी कारणों से ब्लड बैंक 29 जून से दो जुलाई तक बंद रहेगा। मगर ब्लड बैंक संचालक व मेडिकल आफिसर द्वारा इसकी सूचना एफएसडीए कार्यालय को नहीं दी गई।
राजस्थान से ब्लड की होती है सप्लाई, मालिक की तलाश में दबिश : एसटीएफ के डिप्टी एसपी प्रमेश कुमार शुक्ल ने बताया कि पंकज त्रिपाठी, मानव चैरिटेबल ब्लड बैंक का संचालक है। इसका काम उसकी पत्नी भी देखती है। वहीं, पंकज ठाकुरगंज के तहसीनगंज में स्थित मिडलाइफ चैरिटेबल ब्लड बैंक का भी काम देखता है।
29 जून की रात जब एसटीएफ और ड्रग विभाग की टीम ने नारायणी ब्लड बैंक में छापेमारी की तो कार में जो ब्लड बरामद हुआ वह मानव चैरिटेबल ब्लड बैंक में भी आना था। इस ब्लड बैंक का संचालक पंकज भी आरोपित है। उसकी तलाश की जा रही है।