Fake दस्तावेज के सहारे तीन बैंकों से ठगे 90 लाख, गिरफ्तार
मलिहाबाद पुलिस ने दबोचा अलीगंज थाने में भी दर्ज थी रिपोर्ट। ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया व बैंक ऑफ बड़ौदा से की जालसाजी।
लखनऊ, जेएनएन। बैंक में मकान की फर्जी रजिस्ट्री बंधक रखकर एक जालसाज ने तीन बैंकों से 90 लाख रुपये ठग लिए। मलिहाबाद पुलिस ने विवेचना के दौरान ठगी के आरोपित विकासनगर निवासी मोहम्मद जफर को गिरफ्तार किया है। आरोपित के खिलाफ अलीगंज थाने में भी जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज थी।
पुलिस के मुताबिक, बैंक ऑफ बड़ौदा की मलिहाबाद शाखा के प्रबंधक कन्हैया चौरसिया ने मोहम्मद जफर और भगवान सिंह रावत के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। आरोप था कि 16 फरवरी 2013 को आरोपितों ने मेसर्स आदर्श बाजार फर्म के नाम से खाता खोला था, जिसका प्रोपराइटर जफर था। जफर ने लोन के लिए आवेदन किया था, जिसपर 30 लाख रुपये ऋण दिया गया। आरोपितों ने बंधक के रूप में एक मकान की रजिस्ट्री की मूल प्रति दी थी, जो भगवान सिंह रावत के नाम पर थी। आरोपितों ने समय से लोन नहीं चुकाया, जिसपर बैंक ने उनसे संपर्क किया, लेकिन दोनों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
संदेह होने पर बैंक ने जब पड़ताल की तो पता चला कि बंधक के रूप में दी गई मकान की रजिस्ट्री फर्जी है। ठगी की जानकारी होने पर बैंक की ओर से मलिहाबाद थाने में शिकायत की गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। इसके बाद बैंक की ओर से न्यायालय में गुहार लगाई गई। कोर्ट के आदेश पर मलिहाबाद पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर विवेचना शुरू की तो पता चला कि आरोपित जफर ने ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के चिनहट शाखा से 20 लाख और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया अलीगंज शाखा से भी 40 लाख का लोन लिया है। तीनों बैंकों से कुल 90 लाख रुपये का कर्ज लेने के बाद आरोपित ने रुपये भी वापस नहीं किए थे। इसके बाद पुलिस ने आरोपित जफर को गिरफ्तार कर लिया।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप