जॉब के नाम पर अमेरिका में रह रहे डॉक्टर को ठगा, वीडियो कॉल से लिया फर्जी इंटरव्यू
दिल्ली में नौकरी का झासा, वीडियो कॉल से फर्जी इंटरव्यू। गोमतीनगर थाने में दर्ज हुई जालसाजों के खिलाफ एफआइआर। इंटरव्यू के लिए डॉक्टर ने बताए गए खाते में जमा कराया रजिस्ट्रेशन शुल्क।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। विदेश में प्रैक्टिस कर रहे गोमतीनगर निवासी डॉक्टर आरिफ हसन से दिल्ली के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में नौकरी लगवाने के नाम पर 22 हजार रुपये की ठगी का मामला संज्ञान में आया है। सर्जन से जालसाज तीस हजार रुपये की और माग कर रहे थे, लेकिन इसी बीच उन्हें ठगी का एहसास हो गया और उन्होंने रुपये जमा नहीं किए। इस मामले में गोमतीनगर थाने में एफआइआर दर्ज कराई है।
ये है पूरा मामला:
विवेकखंड निवासी डॉक्टर आरिफ हसन विदेश में नौकरी करते हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने भारत में जॉब के लिए इंटरनेट के जरिए नौकरी डाटकॉम नामक वेबसाइट पर आवेदन किया। इस बीच उनके पास ओवरसीज जॉब डाटकॉम नाम की एक कंपनी से फोन आया। फोनकर्ता एक युवती थी और उसने अपना नाम पूजा मेहरा बताया। उसने डॉक्टर आरिफ हसन को दिल्ली के फोर्टिस, मैक्स और श्रीराम अस्पताल में सर्जन की नौकरी दिलाने का दावा किया। यहा 32 से 36 लाख रुपये सालाना वेतन मिलने की बात कही। इसके बाद आरिफ से रजिस्ट्रेशन के नाम पर 7167 रुपये एक बैंक खाते में जमा करने के लिए कहा गया। रुपये जमा होने के बाद आरिफ से कम्पनी ने संपर्क किया और बताया कि अस्पताल का एचआर स्टाफ उनको ऑनलाइन स्काइप पर इंटरव्यू होगा। स्काइप पर इंटरव्यू के बाद आरिफ हसन से सम्पर्क किया गया और उनके दस्तावेज के सत्यापन के नाम पर 14,899 रुपये की माग की गई।
डॉ. आरिफ ने फिर से बताए गए रुपये जमा कर दिये। इसके बाद संबंधित नंबर पर फोन किया तो उसने फोन रिसीव करना बंद कर दिया। एक-दो बार रिसीव भी किया तो टाल-मटोल करने लगे। जब रुपये वापस करने के लिए कहा तो गाली-गलौज कर धमकी देने लगे। इसके बाद डॉक्टर ने गोमतीनगर थाने में तहरीर दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। नौकरी और प्लाट दिलाने के नाम पर 12.60 लाख की ठगी:
कृष्णानगर इंस्पेक्टर के मुताबिक, सेक्टर डी एलडी कॉलोनी निवासी विजय सिंह का कहना है वर्ष 2017 में उनकी मुलाकात रजनीश श्रीवास्तव से हुई थी। रजनीश क्षेत्र में कम्प्यूटर इंस्टीट्यूट चलाते थे। वह विकास नगर के रहने वाले थे। उन्होंने बेटे को स्वास्थ्य विभाग में क्लर्क की नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया था। इसके एवज में पाच लाख रुपये ले लिए। रजनीश ने नौकरी के लिए बेटे का केजीएमयू में मेडिकल भी कराया। कई माह बीत जाने के बाद भी बेटे की नौकरी नहीं लगी। उधर, रजनीश ने इंस्टीट्यूट भी बंद कर दिया। फोन किया तो टाल मटोल करने लगे। उनके घर पहुंचे और रुपयों की माग की तो वह धमकाने लगे। इसके बाद थाने में तहरीर दी। उधर, मानसनगर निवासी अनुराग राय ने बताया कि कुछ माह पहले उन्होंने एक प्लाट खरीदने के लिए कुछ लोगों से बातचीत की। लोगों ने उन्हें प्लाट दिखाया। प्लाट के एवज में 7.60 लाख रुपये ले लिए। अनुराग ने इस संबंध में अमित मिश्र, अभिषेक मिश्र, करन कुमार, मनीष चंद्र, दीपू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।