Fraud in Lucknow: शाइन सिटी के निदेशक राशिद के मददगारों के खिलाफ पुलिस को मिले साक्ष्य, कसेगा शिकंजा
राशिद नसीम की कंपनी का प्रमोशन करने वाली कई निजी कंपनियों के संचालक और जमीन दिलाने वाले भी अब ईओडब्ल्यू और पुलिस की रडार में आ गए हैं। इनके बारे में जानकारी आसिफ नसीम से पूछताछ के दौरान टीम को हुई।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। शाइन सिटी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के जालसाज निदेशक राशिद नसीम के मददगारों के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) और पुलिस को कई अहम साक्ष्य मिले हैं। यह साक्ष्य और मददगारों के बारे में जानकारी ईओडब्ल्यू की टीम को चार दिन की रिमांड पर बीते दिनों लिए गए राशिद के भाई आसिफ अंसारी से हुई है। मामले की जांच में लगी ईओडब्ल्यू की टीम अब राशिद के मददगारों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। टीम ने रिमांड के दौरान आसिफ की निशानदेही पर कंपनी से संबंधित दस्तावेज, चेक, प्रापर्टी के पेपर और कई अन्य अहम दस्तावेज बरामद किए हैं। रिमांड का समय पूरा होने के बाद रविवार शाम टीम ने आसिफ को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल में दाखिल कर दिया।
कई निजी कंपनियों का गठजोड़ आया सामने, जमीन दिलाने वाले भी रडार पर : राशिद नसीम की कंपनी का प्रमोशन करने वाली कई निजी कंपनियों के संचालक और जमीन दिलाने वाले भी अब ईओडब्ल्यू और पुलिस की रडार में आ गए हैं। इनके बारे में जानकारी आसिफ नसीम से पूछताछ के दौरान टीम को हुई। टीम अब उनकी भी सूची तैयार कर रही है। यह लोग राशिद की कंपनी के प्रमोशन के लिए ग्राहकों को बुलाते थे। राशिद ने अपनी कंपनी के प्रमोशन के लिए कई निजी कंपनियों से गठजोड़ कर रखा था। उन्हें कंपनी द्वारा बनाई गई रुपये दोगुना करने, प्लाट, सोने और हीरे के व्यवसाय में निवेश के नाम पर लोगों से रुपये लगवाते थे। इनमें लखनऊ, प्रयागराज, दिल्ली समेत कई अन्य बड़े शहरों के लोग हैं जो ईओडब्ल्यू की रडार पर हैं।
निदेशकों और कंपनी पर 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी का आरोप : कुछ माह पहले राशिद नसीम की कंपनी में काम करने वाले विजलेश केसरवानी ने पीड़िता का एक संगठन तैयार करके प्रयागराज हाईकोर्ट में कंपनी के खिलाफ 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी की रिट दायर की थी।ठगी में उसकी पत्नी समेत कंपनी के 50 से अधिक कर्मचारी आरोपित हैं।
- मुकदमों का ब्योरा
- लखनऊ : 500 करीब
- गोमतीनगर थाने में : 389
- ईओडब्ल्यू : 366 मुकदमों की कर रही जांच
- देश के विभिन्न जनपदों में दर्ज मुकदमे : पांच हजार करीब
- ठगी के शिकार लोग : 10 लाख से अधिक
- अबतक गिरफ्तार हुए आरोपित : 47
- इन पर दर्ज हैं मुकदमे : दोनों ठग भाई समेत कंपनी के 50 से अधिकारी और कर्मचारी
- 2019 में महाठग नेपाल से हुआ था गिरफ्तार, अब दुबई से चला रहा नेटवर्क
राशिद नसीम को वर्ष 2019 में नेपाल के काठमांडू से गिरफ्तार किया गया था। बाद में नेपाल से उसे जमानत मिल गई थी। इशके बाद वह दुबई भाग गया था। अब वह दुबई से नेटवर्क चला रहा है और जार्जिया की नागरिकता लेने के की तैयारी में है। वहीं, एसटीएफ ने बीते 30 जून को शाइन सिटी के नेशनल हेड बृज मोहन सिंह को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
राशिद ने 2013 से शुरू किया था ठगी का कारोबार फिर भाई को जोड़ा : एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि करीब 20 साल पहले उसने स्पीक एशिया मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी में एजेंट की नौकरी शुरू की थी। साथ में उसका भाई आसिफ नसीम भी जुड़ा था। शातिर दिमाग नसीम ने यहीं पर रहकर निवेशकों को ठगने की कला मल्टी लेवल मार्केटिंग से सीखी। इसके बाद वर्ष 2013 में उसने शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से हाउसिंग कंपनी और उसके बाद 50 से अधिक कंपनियां खोल डाली।