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लखनऊ पहुंची ECHS घोटाले की आंच, अब तीन स्तरीय जांच के आदेश Lucknow News

मामला 2005 में ईसीएचएस पॉलीक्लीनिक लखनऊ सहित कई शहरों में खोली गईं। लखनऊ के इंपैनल अस्पतालों के भुगतान से जुड़े दस्तावेज तलब किए।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Wed, 27 Nov 2019 09:41 AM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 09:41 AM (IST)
लखनऊ पहुंची ECHS घोटाले की आंच, अब तीन स्तरीय जांच के आदेश Lucknow News
लखनऊ पहुंची ECHS घोटाले की आंच, अब तीन स्तरीय जांच के आदेश Lucknow News

लखनऊ [निशांत यादव]। देश भर के ईसीएचएस इंपैनल अस्पतालों में जमकर हुई ओवर बिलिंग और लोकल दवाओं के भुगतान में खेल की जांच लखनऊ तक पहुंच गई है। पूर्व सैनिक कल्याण विभाग ने लखनऊ के इंपैनल अस्पतालों के भुगतान से जुड़े दस्तावेज तलब किए हैं। खेल पर अंकुश लगाने के लिए तीन स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

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दरअसल, सैन्य अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की भीड़ के कारण 2005 में पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) पॉलीक्लीनिक लखनऊ सहित कई शहरों में खोली गई। कुछ समय बाद पूर्व सैनिकों का इन पॉलीक्लीनिक की ओपीडी में उपचार के साथ निजी अस्पतालों को भी इंपैनल किया गया। निजी अस्पतालों में एक तरफ जहां छोटी बीमारियों पर भी जमकर बिलिंग कर उनका भुगतान लिया गया। वहीं, भर्ती होने वाले पूर्व सैनिकों से भी फीस वसूली गई। पूर्व सैनिक कल्याण संस्थान ने निजी अस्पतालों में 100 से 200 रुपये की जांच के एवज में 1200 से 1500 रुपये का बिल बनाने की शिकायत रक्षा मंत्रलय से की थी। हर सैनिक से 170 रुपये जमा कराने के बाद भी ईसीएचएस कार्ड न दिए जाने का मामला उठाया था।

घोटले में शामिल होमगार्डों की सूची बना रही पुलिस 

होमगार्ड वेतन घोटाले में बिना ड्यूटी वेतन लेने वाले होमगार्डो के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक, उन लोगों की सूची बनाई जा रही है, जिन्होंने बिना काम किए खाते में रुपये प्राप्त किए थे। पुलिस इन होमगार्डो से पूछताछ करेगी।

सरकार की ओर से होमगार्डो का वेतन सीधे उनके खाते में भेजा जाता है। ऐसे में सवाल यह है कि खाते में रुपये जाने के बाद क्या होमगार्डो ने आरोपितों को कमीशन दिया था? अगर दिया था तो वेतन का कितना हिस्सा अधिकारियों को दिया जाता था? ऐसे कई सवाल हैं, जिनके जवाब उन होमगार्डो से पूछताछ के बाद स्पष्ट होगा, जिन्होंने फर्जी ड्यूटी के नाम पर सरकारी धन का गबन किया है। जिला होमगार्ड कार्यालय के उन कर्मचारियों की भूमिका की पड़ताल भी की जा रही है, जिन्होंने मस्टररोल तैयार किया था। इंस्पेक्टर गोमतीनगर अमित कुमार दुबे के मुताबिक घोटाले में शामिल कुछ लोगों के बारे में जानकारी जुटाई गई है। जल्द ही अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर लेगी।

जांच के लिए रक्षा मंत्रालय का एक्शन प्लान

ईसीएचएस में हो रहे खेल को पकड़ने के लिए रक्षा मंत्रालय ने एक्शन प्लान तैयार किया है। इसके तहत ईसीएचएस एमडी के नेतृत्व में टीम पूर्व सैनिकों का उपचार करने में मना करने और उनसे वसूली, गैर जरूरी दवा व जांचे, ओवर बिलिंग, उपचार से जुड़े गलत दस्तावेजों की जांच होगी। ओवर बिलिंग का ब्यौरा तैयार कर उसे लंबित बिल से कम किया जाएगा। आरोप सही होने पर इम्पैनल से अस्पताल को हटाया जाएगा।


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