KGBV Teacher: BSA रायबरेली के Whatsapp पर 25 मई को इस्तीफा देने के बाद से अनामिका शुक्ला गायब
Anamika Shukla KGBV Teacher अनामिका शुक्ला ने रायबरेली के बेसिक शिक्षा अधिकारी के वाट्सऐस पर इस्तीफा भेज दिया है। इस्तीफा भेजने के बाद से गायब अनामिका की जोरों से तलाश चल रही है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में रायबरेली में तैनात रही साइंस की अनामिका शुक्ला का एक साथ 25 जिलों से 13 महीने तक सैलरी लेने का मामला काफी चर्चा में है। इसी बीच अनामिका शुक्ला ने रायबरेली के बेसिक शिक्षा अधिकारी के वाट्सऐस पर अपना इस्तीफा भेज दिया है। इस्तीफा भेजने के बाद से गायब अनामिका शुक्ला की जोरों से तलाश चल रही है।
मैनपुरी जिले के हसनपुर निवासी शिक्षिका अनामिका शुक्ला पर कई जनपदों में कूटनीतिक दस्तावेज लगाकर कार्य करने का आरोप है। संतोषजनक स्पष्टीकरण ना मिलने पर मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही अनामिका के खिलाफ केस भी दर्ज होगा। अब आरोपी शिक्षिका अनामिका शुक्ला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर मानदेय की रिकवरी की तैयारी की बात की जा रही है। जांच के बाद एफआईआर दर्ज होगी। इसमें भी देखा जा रहा है कि किस बैक एकाउंट से यह पूरा फर्जीवाड़ा ऑपरेट किया गया। शिक्षिका अनामिका शुक्ला ने व्हाट्सएप पर इस्तीफा भेजा है। यह प्रक्रिया का हिस्सा नहीं है। उसका मोबाइल भी बंद है।
रायबरेली के बीएसए आनंद प्रकाश ने अनामिका शुक्ला के कई जिलों से वेतन आहरित होने के मामले में अनुसार, छह जिलों में लेटर भेजकर सर्व शिक्षा अभियान की तरफ से अनामिका शुक्ला टीचर को चेक करने के लिए कहा गया था। उस लिस्ट में रायबरेली का नाम शामिल नहीं था। इसके बावजूद चेक कराया गया तो पाया गया कि बछरावां केजीबीवी में काम करती है। इस पर उसे नोटिस भेजा गया था। इस दौरान टीचर को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं आई। उसने 26 मई 2020 को वॉट्सऐप पर अपना इस्तीफा भेजा था। कार्यालय आकर किसी भी प्रकार का कोई जवाब नहीं दिया।
बड़े घोटाले में जांच का शिकंजा कसता देख आरोपित शिक्षिका रायबरेली से फरवरी माह में सेवा छोड़कर गायब है। अनामिका शुक्ला पुत्री सुभाषचंद्र शुक्ला ने अभिलेखों में अपना पता मैनपुरी जनपद की तहसील भोगांव और थाना बेवर दर्ज किया है। प्रदेश के करीब 25 जनपदों के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों फुलटाइम विज्ञान शिक्षिका के पद पर नियुक्ति हासिल कर मानदेय डकारने वाली अनामिका शुक्ला के फर्जीवाड़े का अंबेडकरनगर व बागपत में बैंक की सक्रियता ने भांडा फूटा। अनामिका शुक्ला ने विभाग से निर्धारित किसी भी बैंक में खाता नहीं खोला था। वह अपने खाते में सैलरी ट्रांफसर कराती थी। बैंक कॢमयों ने तस्दीक करने के लिए अंबेडकरनगर के बालिका शिक्षा के जिला समन्वयक डॉ. हरिश्चंद्र शुक्ल से संपर्क साधा। इसके बाद गड़बड़ी की परतें खुलने लगी। इसपर बीएसए कार्यालय ने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। आरोपित शिक्षिका की गत वर्ष अक्टूबर माह में अम्बेडकरनगर के रामनगर शिक्षाक्षेत्र के कस्तूरबा विद्यालय में तैनाती हुई।
मैनपुरी निवासी अनामिका ने गोंडा में की पढ़ाई
एक करोड़ से अधिक की धनराशि डकारने वाले साइंस टीचर अनामिका शुक्ला मैनपुरी की रहने वाली, लेकिन उसने गोंडा में हाईस्कूल से स्नातक तक पढ़ाई की है। इसके बाद अंबेडकरनगर में प्रोफेशनल कोर्स किया। इस कोर्स के बाद प्रदेश के 25 जिलों में एक साथ नौकरी की।
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कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय बछरावां में तैनात रही शुक्ला के शैक्षिक दस्तावेजों में मूल पता मैनपुरी है। वहीं शैक्षिक अभिलेख हाईस्कूल के बालिका इंटर कॉलेज रेलवे कॉलोनी गोंडा, इंटर बीएमजेबी आइसी परसपुर गोंडा, बीएससी रघुकुल महिला विद्यापीठ सिविल लाइंस गोंडा है। बीएड आदर्श कन्या स्नातकोत्तर मवि जियापुर बरूआ टांडा अंबेडकरनगर के अंकपत्र और प्रमाण पत्र लगे हैं।
अब दस्तावेजों की भी जांच
रायबरेली के बीएसए ने बताया कि उसके प्रोफेशनल कोर्स के दस्तावेज जांच के लिए कुलपति को पत्र भेजा गया है। इसके साथ ही स्नातक, इंटर व हाईस्कूल के प्रपत्रों की भी जांच होगी।