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Anamika Shukla Arrested: 25 जिलों में तैनात एक ही 'अनामिका', कासगंज से गिरफ्तार

Teacher Anamika Shukla Arrested अनामिका के दस्तावेजों पर नियुक्त एक फर्जी शिक्षिका को कासगंज में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 06 Jun 2020 01:53 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 10:16 AM (IST)
Anamika Shukla Arrested:  25 जिलों में तैनात एक ही 'अनामिका', कासगंज से गिरफ्तार
Anamika Shukla Arrested: 25 जिलों में तैनात एक ही 'अनामिका', कासगंज से गिरफ्तार

लखनऊ, जेएनएन। प्रदेश में 25 जिलों के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में अनामिका शुक्ला के नाम से नौकरी करने के मामले में जल्द भंडाफोड़ की उम्मीद है। अनामिका के दस्तावेजों पर नियुक्त एक फर्जी शिक्षिका को कासगंज में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उसने अपना नाम प्रिया बताया है। वह शनिवार को बीएसए कार्यालय इस्तीफा देने आई थी। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी एवं कूटरचित अभिलेख तैयार करने का मुकदमा दर्ज किया है।

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उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग को चमका देकर बड़ा फर्जीवाड़ा करने वाली शिक्षिका अनामिका को शनिवार कासगंज में को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रदेश में 25 जिलों में फर्जी तरीके से नौकरी करने के मामले में सुर्खियों में आई शिक्षिका अनामिका शुक्ला को कासगंज पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। कासगंज में फर्जी अभिलेख पर नौकरी कर रही अनामिका शुक्ला शनिवार को त्यागपत्र देने आई थी।

कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूलों में विज्ञान शिक्षिका के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था। 25 जिलों में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका कार्य कर रही हैैं। सभी के दस्तावेज भी एक ही हैैं। काफी तहकीकात के बाद कासगंज के फरीदपुर स्थित कस्तूरबा विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका अनामिका शुक्ला को चार जून को नोटिस भेज स्पष्टीकरण मांगा गया। शनिवार को शिक्षिका बीएसए कार्यालय पहुंची। उसने अपने साथी से इस्तीफा भेजा और खुद बाहर कार में ही बैठी रही। जानकारी मिलने पर बाहर कार में बैठी शिक्षिका को भी पकड़ लिया गया।

अनामिका शुक्ला कासगंज के कस्तूरबा विद्यालय फरीदपुर में विज्ञान की शिक्षिका के रूप में पूर्णकालिक रूप से सेवाएं कर रही थी। बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के निर्देशों पर जिले में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका की तलाश की गई तो कस्तूरबा विद्यालय में यह शिक्षिका पाई गई। शुक्रवार को बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) ने शिक्षिका के वेतन आहरण पर रोक लगाते हुए नोटिस जारी किया था।

शुक्रवार की शाम शिक्षिका ने इस नोटिस को देखा तो शनिवार सुबह को इस्तीफा देने बीएसए दफ्तर के बाहर पहुंची। अपने साथ आए एक युवक के माध्यम से उसने इस्तीफा की प्रति बीएसए को भेजी। जब युवक से शिक्षिका के बारे में पूछताछ की तो उसने बताया कि अनामिका शुक्ला बाहर सड़क पर खड़ी हैं। इस पर बीएसए अंजली अग्रवाल ने सोरों पुलिस को मामले की जानकारी दी और कार्यालय के स्टाफ के माध्यम से घेराबंदी कर ली। पुलिस ने तुरंत आकर शिक्षिका को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस शिक्षिका को सोरों कोतवाली ले आई।

कोतवाली प्रभारी रिपुदमन सिंह ने बताया कि शिक्षिका अनामिका शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। फर्जी अभिलेख पर नौकरी कर रही अनामिका शुक्ला शनिवार को उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग को चमका देकर बड़ा फर्जीवाड़ा करने वाली शिक्षिका अनामिका शुक्ला को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। कासगंज में त्यागपत्र देने आई थी।
 
पूछताछ के दौरान प्रिया ने पुलिस को घंटों तक गुमराह किया। पहले अपना नाम अनामिका सिंह एवं पिता का नाम राजेश बताया लेकिन, जब पुलिस ने कई बार पूछताछ की तथा उसे समझाते हुए सच बताने के लिए कहा तो उसने अपना नाम प्रिया एवं पिता का नाम महीपाल सिंह निवासी नई बस्ती कायमगंज फर्रुखाबाद बताया। वहीं, वह मूल निवासी कायमगंज के लखनपुर की बताई जा रही है। सोरों पुलिस ने बीएसए अंजलि अग्रवाल की तहरीर पर अनामिका के खिलाफ धारा 420, 467 एवं 468 में मुकदमा दर्ज किया है। बीएसए अंजलि अग्रवाल का कहना है मार्च में लॉकडाउन में शिक्षिका अनामिका शुक्ला अपने घर गई थी, दूसरे के अभिलेख प्रयोग करने के मामले में उसे नोटिस भेज कर जांच कमेटी का गठन किया गया है। मंडल स्तर पर इस मामले की जांच एडी बेसिक अलीगढ़ कर रहे हैं।

17 हजार रुपये के लालच में कासगंज पहुंची थी 'अनामिका'

कासगंज में केजीबीवी में नौकरी कर रही कथित अनामिका कपड़े एवं बैंक में पड़े हुए रुपयों के लालच में फंस गई। शनिवार को वह पहले केजीबी आवासीय स्कूल पहुंची, लेकिन गेट पर ताला लगा था। लेखाकार राहुल को फोन कर सामान निकालने की बात कही तो उसने कहा कि बीएसए दफ्तर में संपर्क करो। इसके बाद वह इलाहाबाद बैंक पहुंची। यहां पर साथ आए युवक (उसके भाई) को बैंक में भेज 17 हजार रुपये निकालने का प्रयास किया, लेकिन बीएसए द्वारा खाता सीज करा देने से रुपये नहीं निकल सके। बैंक एवं केजीबी से बीएसए के पास फोन पहुंच गया, ऐसे में विभाग अलर्ट हो गया। यही वजह रही कि जब इसका साथी बीएसए दफ्तर में त्यागपत्र लेकर पहुंचा तो कर्मचारियों ने उसे बैठा लिया।  

दो और तीन जून को निकाले थे 50-50 हजार

कासगंज में अनामिका के नाम से नौकरी करने वाली शिक्षिका को भी भेद खुलने का डर था। जब अन्य जिलों में अनामिका शुक्ला का मामला सुॢखयों में आया तो दो एवं तीन जून को इसने अपने खाते से 50-50 हजार रुपये दो बार में निकाल लिए। 

साढ़े चार लाख रुपये ले चुकी सैलरी 

अनामिका नाम से नियुक्त शिक्षिका प्रिया अब तक करीब साढ़े चार लाख रुपये सैलरी ले चुकी है। देर शाम तक विभाग में अब तक खाते में हस्तांतरित किए गए वेतन का आकलन चल रहा था। वेतन के लिए खाता भी फर्जी दस्तावेजों के जरिये खुलवाया गया था।

बार-बार बदल रही नाम

पुलिस अधीक्षक कासगंज सुशील घुले ने बताया कि शिक्षिका बार बार अपना नाम बदल रही है। अभी तक तीन नाम बता चुकी है लेकिन, कोई अभिलेख नहीं मिले है। पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है।

मैनपुरी के राज ने एक लाख रुपये में दिए थे दस्तावेज

पूछताछ में प्रिया ने बताया कि अनामिका शुक्ला के नाम के शैक्षिक अभिलेख मैनपुरी के राज नाम के व्यक्ति ने उसे एक लाख रुपये में दिए थे। पुलिस राज को भी तलाश कर रही है, उसने बताया कि राज से उसकी मुलाकात गोंडा में ही हुई थी।

एक ही अभिलेख से अलग-अलग जिलों में नियुक्ति

माना जा रहा है कि सूबे में एक ही अभिलेख से अलग-अलग जिलों में शिक्षिकाओं की नियुक्ति हुई है। शैक्षिक अभिलेखों पर लगी फोटो भी काफी धुंधली है, जिससे अभ्यर्थी की पहचान मुश्किल है।  

गोंडा से की पढ़ाई

शैक्षिक अभिलेखों के अनुसार अनामिका शुक्ला की उम्र करीब 27 वर्ष है। हाईस्कूल एवं इंटर गोंडा से किया है। बीए गोंडा के रघुकुल महिला विद्यापीठ सिविल लाइन्स से किया है। वहीं बीएड आदर्श कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय अंबेडकर नगर से किया है।

ऐसे होता है कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी)में चयन 

- विभाग रिक्त पदों के लिए जारी करता है विज्ञापन। 

- बीएड एवं टीईटी होता है अनिवार्य। 

- हाईस्कूल से बीएड तक के फीसद को जोड़कर निकालते हैं मेरिट। 

- साक्षात्कार में होती है मूल अभिलेख की जांच। 

- 22000 रुपये प्रतिमाह वर्तमान में है वेतन। 

- केजीबी में ही रहती हैं शिक्षिकाएं, स्कूल की रसोई में करती हैं भोजन।  


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