राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री ने लखनऊ को दी चार फ्लाइओवर की सौगात
लखनऊ मंडल में 399 करोड़ की 304 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया।
लखनऊ(जेएनएन)। अब शहरवासियों को पुराने लखनऊ में जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। रविवार को लखनऊ मंडल की 939 करोड़ रुपये की 308 विकास परियोजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण किया गया। शाहमीना रोड चौक स्थित अटल कन्वेंशन सेंटर में सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में केंद्रीय गृहमंत्री और सांसद राजनाथ सिंह ने शहरवासियों को चार फ्लाइओवर की सौगात दी।
इस दौरान गृहमंत्री ने कहा कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने जितनी जल्दी हो सकता था, विकास परियोजनाओं को अंतिम रूप दिया। वो बधाई के पात्र हैं। यूपी के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है। सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ तहेदिल से विकास के प्रति समर्पित हैं। मेधावी बच्चों के गाव पक्की सड़क से जुड़ रहे हैं, इसकी जितनी सराहना की जाए कम है। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन भी मौजूद रहे।
प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर का कार्य ही प्रदेश के विकास की धुरी : सीएम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निवेश की पहली शर्त है सुरक्षा और दूसरी आम व्यापारी की सुविधा। उन्हें अच्छी सड़क मिले और विद्युत की निर्बाध आपूर्ति हो सके। इन कायरें को हम लोगों ने 15 महीने के कार्यकाल में करने की सफलता पाई। प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर का कार्य ही प्रदेश के विकास की धुरी बनेगी। प्रदेश सरकार राजधानी लखनऊ के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
प्रदेश में पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत तहसीलों और विकास खंडों को भी टू लेन सड़कों से जोड़ने के लिए 26 तहसीलों और 81 विकास खंड़ों के लिए 1563 करोड़ रुपये की लागत से युद्धस्तर से कार्य वर्तमान में हो रहा है।
15 महीने के कार्यकाल में खींचा खाका : पिछली सरकार के समय मात्र 2750 बसावटों में सड़कों के संपर्क मार्ग का कार्य हो पाया था और हमारी सरकार ने 15 महीनों में 5700 से अधिक बसावटों को मुख्य मागरें, सड़कों और संपर्क मागरें से जोड़ने का कार्य किया। पिछली सरकार के पाच साल के कार्यकाल में 30 हजार 994 किमी सड़कों का नवीनीकरण हुआ।
वहीं, हमारी सरकार ने मात्र 15 महीनों में 54277 किमी सड़कों का नवीनीकरण का कार्य सफलतापूर्वक किया। सीएम ने कहा कि आज आप सबके सहयोग से प्रदेश के अंदर कानून का राज स्थापित करने और प्रदेश के अंदर सड़कों को गढ्डा मुक्त करने के कार्य को आगे बढ़ाने और साथ ही विद्युत आपूर्ति की दुर्व्यवस्था को समाप्त कर एक समान विद्युत व्यवस्था को लागू किया।
112 मेधावी छात्रों से की मुलाकात: वहीं, कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड-2018 के मेधावी छात्रों से मुलाकात की। इस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि संस्कृत में जिन विद्यार्थियों ने अच्छे अंक अर्जित किये उनके घर तक मार्ग बनेगा। प्रदेश के इतिहास में पहली बार छह किमी. लंबा एलीवेटेड हाइवे का लखनऊ के लिए शिलान्यास किया गया है।
लखनऊ महानगर में 04 एलीवेटेड मार्गो का शिलान्यास: 1- शहीद पथ से एयरपोर्ट को जोड़ने वाले एलीवेटेड मार्गा का शिलान्यास - लागत- 134.69 करोड़ रुपए। 2- गुरू गोविंद सिंह मार्ग पर हुसैनगंज चौराहा-बासमंडी चौराहा नाका हिंडोला चौराहा- डीएवी कॉलेज के मध्य 03 लेन फ्लाई ओवर का निर्माण - लागत- 123.80 करोड़ रुपए। 3- तुलसीदास मार्ग विक्टोरिया स्ट्रीट पर हैदरगंज तिराहे से मीना बेकरी से पूर्व तक दो लेन फ्लाई ओवर का निर्माण - लागत- 40.43 करोड़ रुपए। 4- चरक चौराहा- हैदरगंज चौराहा-चरक क्रासिंग विक्रम काटन मिल रोड के मध्य दो दो लेन फ्लाई ओवर का निर्माण - लागत- 110.15 करोड़ रुपए।
इन इलाकों में मिलेगी राहत: इन फ्लाईओवरो के बनने से आठ लाख से ज्यादा आबादी को जाम से राहत मिलेगी। ऐम्बुलेंस भी केजीएमयू और इसके आसपास के इलाकों में जाम में नहीं फंसेंगी। खासकर बासमंडी, नाका, हैदरगंज, विक्टोरिया स्ट्रीट, चारबाग, बाजार खाला, मेडिकल कॉलेज, अशर्फाबाद, राजाजीपुरम, ऐशबाग, आलमनगर, राजेंद्र नगर, मोतीनगर, नक्खास आने जाने वाले लोगों को जाम से छुटकारा मिलेगा।