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पूर्व आइएएस का दावा : कैराना के मोहल्लों में दिन में नहीं घुस सकती पुलिस

कभी मुजफ्फनगर के जिलाधिकारी रहे पूर्व आइएएस सूर्यप्रताप सिंह का दावा है कि कैराना के कुछ मोहल्लों में दिन में भी पुलिस नहीं घुस सकती।

By Ashish MishraEdited By: Published: Mon, 13 Jun 2016 10:20 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jun 2016 10:16 AM (IST)
पूर्व आइएएस का दावा : कैराना के मोहल्लों में दिन में नहीं घुस सकती पुलिस

लखनऊ (जेएनएन) । कभी मुजफ्फनगर के जिलाधिकारी रहे पूर्व आइएएस सूर्यप्रताप सिंह का दावा है कि कैराना के कुछ मोहल्लों में दिन में भी पुलिस नहीं घुस सकती। फेसबुक पर अपनी पोस्ट के माध्यम से उन्होंने चुनावी दौर में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आग लगाने की कोशिशों का दावा किया है।

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'सावधान उत्तर प्रदेश ....चुनावी दौर है' शीर्षक से लिखी अपनी पोस्ट में सूर्यप्रताप ने कहा है कि कैराना को संभालो.... कहीं देर न हो जाए ...स्थिति कभी भी विस्फोटक हो सकती है!!! उन्होंने कैराने से लिखा है, 'मैं मुजफ्फरनगर का कलेक्टर रहा हूं और कैराना की आबोहवा को अच्छी तरह जानता हूं।'

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सभी धर्मों का सम्मान करने की बात कहते हुए उन्होंने लिखा है कि कैराना में कुछ मोहल्ले ऐसे हैं, जहां पुलिस दिन में भी नहीं घुस सकती। गुंडागिरी के साथ अवैध असलहों व पशुओं की तस्करी एक पूर्व सांसद के संरक्षण में दिन दहाड़े होती है। इस पूर्व सांसद के अहाते से कभी तस्करी का 25 किलो सोना और कई कुंतल चरस बरामद हुई थी। वहां पुलिस कोतवाली में एक धर्म विशेष का दारोगा ही तैनात करना पड़ता है, वरना कैराना को संभालना मुश्किल हो जाता है।

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उन्होंने लिखा है, 'चुनाव के दौरान जब मैं वहां था तो मजिस्ट्रेट व पुलिस का रात में तो कुछ मोहल्लों में घुसने का ही सवाल नहीं पैदा होता था। दिन में भी किसी अपराधी को पकडऩे या तो कोई जाता नहीं था या फिर विशेष व्यवस्था करनी पड़ती थी। हमने चुनाव के दौरान 10 दिन का अभियान चला कर इस पूर्व सांसद व गुर्गों को जेल की हवा खिलाई थी और कैराना को गुंडों से मुक्त कराया था।'

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उन्होंने लिखा है कि आज तो और भी भयावह स्थिति होगी क्योंकि गुंडों व अपरधियों को खुला राजनैतिक संरक्षण मिला हुआ है। उन्होंने दावा किया है कि 'यदि विश्वास नहीं है तो जाकर देख लो। परंतु मुझे आशंका है कि इस मामले में ठोस कार्रवाई की जगह सियासत जरूर होगी। उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार दंगा रोकती नहीं है, स्वयं करवाने में विश्वास रखती है, ऐसी मेरी आशंका है।'

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