इकबाल अंसारी ने किया मंदिर ट्रस्ट का स्वागत, कहा-अयोध्या शहर में हो मस्जिद का निर्माण
बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने पीएम और सीएम के निर्णय पर जताया भरोसा।
अयोध्या [रविप्रकाश श्रीवास्तव]। बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की घोषणा का स्वागत किया है। बुधवार को पीएम की ओर से ट्रस्ट गठन की घोषणा के बाद इकबाल अंसारी ने दैनिक जागरण से हुई वार्ता में इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से समय पर किया गया अच्छा निर्णय बताया। इकबाल कहते हैं कि ट्रस्ट गठन होने के साथ ही मंदिर-मस्जिद के नाम पर सियासत करने वालों की दुकान अब पूरी तरह से बंद हो चुकी है। उन्होंने कहाकि ट्रस्ट का गठन हो चुका है तो मंदिर का निर्माण भी जल्द शुरू हो जाए। इकबाल ने एकओर जहां ट्रस्ट गठन का स्वागत किया और अपेक्षा जाहिर की, रामनगरी में ही मस्जिद का निर्माण हो। ट्रस्ट गठन के स्वरूप पर इकबाल का कहना है कि यह मोदी और योगी का विशेषाधिकार है। वे जो भी करेंगे अच्छा करेंगे।
इकबाल अंसारी अयोध्या विवाद से जुड़े वह अहम किरदार हैं, जो मुस्लिम पक्षकार के रूप में इस मुद्दे का सौहार्दपूर्ण हल निकालने के पक्ष में हमेशा से रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद इकबाल अंसारी पर पूरी दुनिया की नजर थी। ऐसे में इकबाल ने सुप्रीम फैसले पर भरोसा जताकर रामनगरी की गंगा-जमुनी तहजीब को अटूट साबित किया।
ट्रस्ट गठन की घोषणा पर इकबाल संविधान और सरकार से संतुष्ट है। उन्होंने कहाकि ट्रस्ट में कौन रहेगा-कौन नहीं, इससे उनका वास्ता नहीं है, लेकिन उन लोगों को भी स्थान मिलना चाहिए जो मुकदमे में पक्षकार रहे हैं।
मस्जिद के लिए रौनाही के धन्नीपुर गांव में जमीन दिए जाने के सवाल पर इकबाल का कहना था कि प्रशासन की ओर से उन्हें जमीन के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है। सिर्फ मीडिया के माध्यम से सूचना मिल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद के लिए भूमि अयोध्या के अंदर देने का आदेश दिया है। इकबाल ने अपनी मांग को दोहराते हुए कोटिया मुहल्ला स्थित अपने घर के बाहर खाली पड़ी जमीन पर मस्जिद निर्माण के लिए जमीन देने की मांग की।
कहा, कि वहां भी पर्याप्त स्थान है। इकबाल की इच्छा मस्जिद परिसर में स्कूल, अस्पताल और एक 500 शैय्या का धर्मशाला बनाने की है। मंदिर का दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए निश्शुल्क स्थान मिल सके।