हैलो...15 हजार लेकर सूडा ऑफिस आओ, ठग ऐसे बना रहे PM आवास के नाम पर शिकार Lucknow News
सूडा और डूडा का कर्मचारी होने के नाम पर मांगी जा रही हजारों रुपये की नकद पेशगी पूरे प्रदेश में फैला जाल।
लखनऊ [ऋषि मिश्र] । हैलो! माजिद बोल रहे हैं..जी हां, आप 15 हजार रुपये लेकर तत्काल सूडा ऑफिस आ जाएं। आपने जो अपनी मां के नाम पर पीएम आवास का रजिस्ट्रेशन करवाया था, उसमें नाम आ गया है....और फिर कट गया फोन। चौंकिए नहीं, ये बातचीत पीएम आवास के नाम पर ठगी करने वाले एक व्यक्ति और एक पात्र बुजुर्ग के बेटे की बीच की है। माजिद को शक हुआ तो वह एलडीए पहुंच गए। जहां दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।
दरअसल, राजधानी के नगरीय क्षेत्र में पीएम आवास के करीब डेढ़ लाख पात्रों को सजग रहने की जरूरत है। सूडा और डूडा का कर्मचारी होने के नाम पर ठग उनको भरमा सकते हैं। ऐसे अनेक लोग हैं, जिनके पास फोन करके उनसे रुपये की मांग की जा रही है। फोन करके कहा जा रहा है कि वे 15 हजार रुपये लेकर आएं, उनका प्रधानमंत्री आवास हो गया है। ऐसे कई लोग जानकारी करने के लिए एलडीए तक पहुंच रहे हैं, जहां उनको सलाह दी जा रही है कि वे नकद रुपया किसी को भी न दें, पीएम आवास की पंजीकरण और आवंटन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। जिसमें पंजीकरण राशि भी नकद नहीं ली जाएगी।
सूडा और डूडा ने बनाई केवल पात्रता सूची
प्रदेश भर के नगरीय क्षेत्रों में सूडा और डूडा केवल पात्रता सूची बनाई है। पात्रों का चयन किया है। आवासों के पंजीकरण का काम केवल विकास प्राधिकरण, आवास विकास परिषद और यूपीएसआइडीसी जैसी एजेंसियों के पास है। साढ़े चार लाख रुपये के आवास में ढाई लाख रुपये सब्सिडी है। दो लाख रुपये पात्र को देने होंगे। लाटरी से चयन होगा। सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। कहीं कोई नकद लेनदेन नहीं किया जाएगा।
क्या कहना है लविप्रा उपाध्यक्ष का ?
लविप्रा उपाध्यक्ष प्रभु एन. सिंह का कहना है कि एलडीए बहुत जल्द ही आवंटन प्रक्रिया शुरू करेगा जो कि पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। किसी भी तरह से नकद नहीं लिया जाएगा।
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