Operation 420: लखनऊ में पकड़े गए जालसाज-कोई नौकरी तो कोई लोन के नाम पर कर रहा था ठगी Lucknow News
लखनऊ में पारा थाने की पुलिस ने दो जालसाजों को किया गिरफ्तार। कई को जारी किए फर्जी नियुक्ति पत्र कई दस्तावेज बरामद।
लखनऊ, जेएनएन। पारा थाने की पुलिस ने सचिवालय, रेलवे समेत अन्य सरकारी विभागों में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का राजफाश किया है। दो जालसाजों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए जालसाजों में आजमगढ़ निवासी अनिल कुमार व चंदौली निवासी आशीष यादव हैं।
दोनों जालसाजों बेरोजगार युवकों से पैसा ऐंठकर उन्हें सरकारी नौकरी के फर्जी नियुक्ति पत्र तक जारी कर देते थे, जब पीड़ितों ने नौकरी के लिए संबंधित विभागों में संपर्क किया तो उन्हें अपने साथ हुई ठगी का पता चला। पैसा वापस मांगने पर जालसाजों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और फरार हो गए। सीओ आलमबाग लालप्रताप सिंह ने बताया कि गिरोह का मास्टरमाइंड राशिद कुरैशी फरार है।
दोनों जालसाजों के कब्जे से पुलिस ने सचिवालय प्रशासन उत्तर प्रदेश सरकार का जितेंद्र कुमार यादव नाम से फर्जी नियुक्ति पत्र, दो सीपीयू, तीन लैपटॉप, एक प्रिंटर, दो मॉनीटर, दो दर्जन से अधिक की मात्र में पासपोर्ट, शैक्षिक प्रमाण पत्र, चेकबुक, पासबुक, निवास प्रमाण पत्र समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
विदेश भेजने के नाम पर पर भी करते थे ठगी : छानबीन में यह बात भी सामने आई है कि गिरोह के सदस्य बिहार, उत्तर प्रदेश समेत अन्य प्रदेशों के बेरोजगारों को विदेश भेजने का दावा करते थे और उनसे लाखों रुपये ऐंठकर पब्लिक का पासपोर्ट लेकर धोखाधड़ी करके उन्हें वीजा दे देते थे।
बैंक से ठगी करने वाला गिरफ्तार
ऑपरेशन 420 के तहत विकासनगर पुलिस ने पंजाब एंड सिंध बैंक से ठगी के करने के आरोप में महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक आरोपितों ने पंजाब एंड सिंध बैंक से 66 लाख रुपये की ठगी की थी। आरोपितों ने दूसरे के मकान को अपना बताकर फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंक से लोन हासिल कर लिया था। पकड़े गए आरोपितों में भरत नगर मड़ियांव निवासी मनोहर लाल की पत्नी सुमित्र, कल्याणपुर निवासी राम कुमार और हुसैनाबाद निवासी नियाज अहमद शामिल हैं। आरोपितों ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर मकान की रजिस्ट्री तैयार कर बैंक से 66 लाख रुपये लोन लेकर गबन कर लिया था। पुलिस ने बैंक के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अरुण कुमार की तहरीर पर कुल 10 लोगों के खिलाफ 02 अगस्त 2018 एफआइआर दर्ज की थी। उधर, बंथरा पुलिस ने जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कराने के आरोप में बेती गांव निवासी रामरतन की जमीन हड़पने के आरोपित को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक उन्नाव के हसनगंज भैटवा निवासी रामस्वरूप ने पीड़ित की जमीन का फर्जी बैनामा करा लिया था। पुलिस ने इस मामले में रामस्वरूप के साथी भू-माफिया भाईलाल व रामलखन को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
ऐसे पकड़े गए जालसाज
ऑपरेशन 420 देखकर हंसखेड़ा निवासी आदित्य यादव ने चौकी प्रभारी सुभाषचंद्र से संपर्क किया। आदित्य ने बताया कि उन्होंने भी पारा थाने में जालसाजों पर एफआइआर करा रखी है, जिसपर चौकी प्रभारी सक्रिय हुए और दोनों जालसाजों को धरदबोचा। जालसाज दुबग्गा चौराहे के पास बाकायदा कार्यालय खोलकर लोगों को ठग रहे थे।