Forgery: एलडीए के पूर्व कर्मचारी और आयकर के बाबू ने डेढ़ करोड़ का किया घोटाला, FIR दर्ज Lucknow News
विभूतिखंड में प्लॉट दिलाने के नाम पर वर्ष 2015 में लिए थे रुपये। एलडीए में अनुभाग अधिकारी के पद से सेवानिवृत है आरोपित।
लखनऊ, जेएनएन। एलडीए के पूर्व अनुभाग अधिकारी राजाराम वर्मा और आयकर विभाग में बाबू सद्गुरुशरण श्रीवास्तव के खिलाफ सेक्टर एफ अलीगंज निवासी अश्वनी जायसवाल ने डेढ़ करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। पीडि़त ने एडीजी जोन राजीव कृष्णा से मिलकर मामले की शिकायत की थी। एडीजी के निर्देश पर चार लोगों के खिलाफ विभूतिखंड थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। आरोपितों ने प्लॉट दिलाने के नाम पर ठगी की है।
अश्वनी का आरोप है कि विभूतिखंड में एक प्लॉट दिखाकर एलडीए के तत्कालीन बाबू राजाराम ने साजिश के तहत उनसे डेढ़ करोड़ रुपये लिए थे। इस दौरान आयकर विभाग का बाबू सद्गुरुशरण श्रीवास्तव भी मौजूद था। आरोपित राजाराम ने पीडि़त से कहा था कि प्लॉट उसके नौकर राकेश के पिता परमेश्वरदीन के नाम पर है। इसके बाद पीडि़त ने उक्त प्लॉट की अपने तथा पत्नी और बहू के नाम रजिस्ट्री करा ली। झांसे में लेने के लिए आरोपितों ने उक्त प्लॉट पर अश्वनी को कब्जा भी दिला दिया था।
पूछताछ पर दी धमकी
पीडि़त को फर्जीवाड़े की जानकारी हुई तो उसने राजाराम और इनकम टैक्स के बाबू से पूछताछ की। इस पर आरोपितों ने अश्वनी को धमकाते हुए कहा कि उन्होंने इस तरह के कई प्लॉट की खरीद-फरोख्त की है। पीडि़त ने आरोपितों पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है। आरोपित महानगर निवासी राजाराम दो वर्ष पहले सेवानिवृत्त हुआ है। कई वर्षों तक आरोपित ने व्यावसायिक संपत्तियों का काम किया है। इंस्पेक्टर विभूतिखंड राजीव कुमार द्विवेदी के मुताबिक मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है। पीडि़त ने बैंक का ब्योरा और अन्य साक्ष्य उपलब्ध कराए हैं।