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जंगल का रोमांच लेना चाहते हैं तो हो जाइए तैयार, खुल गया दुधवा नेशनल पार्क

इस बार दुधवा आने वाले सैलानियों के लिए खास होगी यहां हर दिन दिखाई जाने वाली वह फिल्म जो दुधवा नेशनल पार्क व कतर्निया घाट के घने जंगलों में फिल्मयी गई है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 08:53 AM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 08:53 AM (IST)
जंगल का रोमांच लेना चाहते हैं तो हो जाइए तैयार, खुल गया दुधवा नेशनल पार्क
जंगल का रोमांच लेना चाहते हैं तो हो जाइए तैयार, खुल गया दुधवा नेशनल पार्क

लखनऊ, (जेएनएन)। जैव विविधता के लिए विश्वविख्यात दुधवा नेशनल पार्क एक बार फिर प्राकृतिक छटा बिखेरने के लिए तैयार है। वर्षाकाल के बाद गुरुवार को 15 नवंबर से खुलने वाले शीतकालीन सत्र के लिए तैयार कर दिया गया है। इस बार दुधवा आने वाले सैलानियों के लिए बाकी चीजों के अलावा सबसे खास सौगात यहां हर दिन दिखाई जाने वाली वह फिल्म होगी जिसको दुधवा नेशनल पार्क व कतर्निया घाट के घने जंगलों में फिल्माया गया है। वहीं दूसरी ओर कर्नाटक से खास प्रशिक्षण देकर मंगवाए गए हाथियों की सवारी भी सैलानियों को राइनो परिक्षेत्र का भ्रमण कराएगी। थारू हट में रात बिताने और करीब 550 प्रजातियों के पक्षियों का कलरव सुनने का रोमांचकारी अनुभव देने के लिए दुधवा के द्वार गुरुवार को खोल दिए गए।

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कैसे पहुंचें दुधवा नेशनल पार्क

अगर आप लखनऊ से दुधवा नेशनल पार्क आना चाहते हैं तो आपके लिए सड़क मार्ग एक मात्र रास्ता है। लखनऊ से सीतापुर फोरलेन से नेपालापुर होते हुए लखीमपुर तक पहुंचेंगे। लखीमपुर से शहर के अंदर दाखिल होते हुए ओवरब्रिज से महेवागंज होते हुए पलिया पहुंचेंगे। पलिया से आठ किलोमीटर दूर  आपको दुधवा नेशनल पार्क तैयार मिलेगा। इसी तरह अगर आप दिल्ली या बरेली से आना चाहते हैं, तो दिल्ली से बरेली और बरेली से पीलीभीत पूरनपुर, खुटार होते हुए वाया मैलानी फिर पलिया और फिर दुधवा पहुंचेंगे।

ऑनलाइन होती है दुधवा पार्क की बुकिंग

डब्लू डब्लू डब्लू डाट इको टूरिज्म डॉट कॉम पर लॉगइन करते हैं। आपको दुधवा नेशनल पार्क की वेबसाइट दिख जाएगी यहां आने के लिए आपको सारी प्रक्रिया ऑनलाइन ही पूरी करनी है। बस ऑनलाइन बुकिंग कराते ही आपको दुधवा नेशनल पार्क में जंगल सफारी के लिए अधिकृत कर दिया जाता है।

इन वन्य जीव जंतुओं के होंगे दीदार

दुधवा नेशनल पार्क में आपको बाघ, तेंदुआ, गैंडा, मगरमच्छ, हाथियों के झुंड, भालू, स्याही, जंगली सुअर, डेढ़ सौ से ज्यादा प्रकार के हिरन, साढ़े 500 से ज्यादा प्रजाति के पक्षी आपको देखने को मिल सकते हैं। खास बात यह है कि बाघ दुधवा में आपको जंगल सफारी के दौरान किसी भी रास्ते पर दिखाई पड़ सकते हैं।

यह है दुधवा में रुकने की व्यवस्था

दुधवा में रात गुजारने के लिए आपको थारू हट की व्यवस्था दी गई है। एक व्यक्ति के लिए थारू हट 2000 रुपये में एक दिन के लिए उपलब्ध है लेकिन यदि इसमें दो लोग रुकते हैं तो उनको 3000 रुपये देना होगा। इसी तरह 10 सदस्यों के रूम की व्यवस्था भी है जिसका शुल्क 10000 रुपये है। यह उन लोगों के लिए है जो समूह या बड़े परिवार के साथ जंगल का आनंद लेने आते हैं। इसके अलावा दुधवा से सटे पलिया कस्बे में आपको बेहतरीन होटल व रिजार्ट भी मिल जाएंगे, इसमें भी आप रात गुजार सकते हैं।

जंगल में नहीं ले जा सकेंगे निजी वाहन

दुधवा नेशनल पार्क प्रशासन ने शीतकालीन सत्र से बिजली व्यवस्था को बंद करते हुए अब जंगल के अंदर निजी वाहनों के प्रवेश पर पूरी पाबंदी लगा दी है यानी जंगल सफारी के लिए अब केवल आपको दुधवा नेशनल पार्क से मिलने वाली जिप्सी व अन्य वाहन ही मिल सकेंगे, जिनके जरिए आप जंगल का आनंद लेंगे।


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