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बाढ़ की चपेट में उत्तर प्रदेश में सैकड़ों गांव, पलायन जारी

बारिश के कारण उप्र में नदियां कहर बरपा रही हैं। सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। तेज कटान से तटवर्ती इलाकों में लोग दहशत में हैं और पलायन जारी है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 09:47 PM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 09:47 PM (IST)
बाढ़ की चपेट में उत्तर प्रदेश में सैकड़ों गांव, पलायन जारी
बाढ़ की चपेट में उत्तर प्रदेश में सैकड़ों गांव, पलायन जारी

लखनऊ (जेएनएन)। पहाड़ों व मैदानी इलाकों में हो रही बारिश के कारण उप्र में नदियां कहर बरपा रही हैं। सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। तेजी से कटान होने की वजह से तटवर्ती इलाकों में लोग दहशत में हैं और पलायन जारी है। उधर, फसलें जलमग्न हो गई। फसल डूबने से सदमे में आए एक किसान की मौत हो गई जबकि मकान के मलबे में दबकर बच्ची की मौत हो गई। पश्चिमी उप्र में बादलों की आवाजाही के बीच सूरज की लुकाछिपी चलती रही। कहीं-कहीं मामूली बूंदाबांदी दर्ज की गई। उमस बढ़ गई है।

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बहराइच, गोंडा, बाराबंकी, बलरामपुर, श्रावस्ती, सीतापुर, लखीमपुर के 170 से ज्यादा गांव बाढ़ से घिर गए हैं। रायबरेली के बसकटा गांव में धान की फसल बाढ़ में डूबने से सदमे में आए किसान की दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई। गोंडा में उमरी के भिखारीपुर सकरौर तटबंध पर कटान जारी है। ग्रामीण भयभीत हैं। कर्नलगंज व तरबगंज तहसील के 10 और मजरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। बहराइच में घाघरा व सरयू की बाढ़ से तबाही मचा रही है। मिहींपुरवा, नानपारा, महसी व कैसरगंज के 100 गांव पानी से घिर गए हैं। एनडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुटी है। सीतापुर में रेउसा के ताहपुर व बेहटा के रतौलीडीह में शारदा और म्योड़ी छोलहा, गोलोक कोडर के मजरा कोनी, श्यामनगर में घाघरा का कटान जारी है। सैकड़ों किसानों की खरीफ की फसलें नदी में समा चुकी हैं। लखीमपुर में बाढ़ से प्रभावित पास के छह गांवों में हालात बदतर हैं। श्रावस्ती में राप्ती नदी कटान कर रही है। बलरामपुर में राप्ती नदी लाल निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ से सेवरहा, नेवरी, ङ्क्षसघवापुर, दतरंगवा समेत 20 से अधिक गांव पानी से घिरे हुए हैं। अंबेडकरनगर घाघरा नदी के  मध्य बसे मांझा उल्टहवा में चार मजरे नदी के पानी से घिर गए हैं।

बुंदेलखंड और मध्य उत्तर प्रदेश के जिलों में बुधवार को मौसम साफ रहा। धूप निकलने से लोगों को उमसभरी गर्मी का सामना करना पड़ा। फतेहपुर जिले में किशुनपुर थाने के एकडला गांव में मंगलवार रात बारिश के चलते कच्ची दीवार गिरने से मलबे में दबकर आठ साल के बच्चे की मौत हो गई। फतेहपुर व महोबा में सुबह हल्की बारिश हुई। कन्नौज, इटावा व औरैया में बादल छाए रहे। उन्नाव में गंगा फिर चेतावनी बिंदु के करीब है। हमीरपुर में यमुना व बेतवा का जलस्तर घट रहा है। वहीं कानपुर में गंगा का जलस्तर स्थिर है। संगमनगरी इलाहाबाद में मंगलवार रात हुई बारिश से बुधवार को अधिकतम और न्यूनतम पारा लुढ़क गया। बारिश 35 मिमी. रिकार्ड हुई। प्रतापगढ़ में मंगलवार रात कुछ स्थानों पर बारिश के बाद बुधवार को तेज धूप निकलने से उमस बढ़ गई। कौशांबी में सुबह कुछ क्षेत्रों में रिमझिम बारिश हुई। बुधवार सुबह से ही पूर्वांचल में सुबह आसमान बादलों की जद में रहा कुछ जगहों पर मामूली बूंदाबांदी भी हुई। सोनभद्र, मीरजापुर और चंदौली में नदी नालों में उफान से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। मऊ, बलिया और आजमगढ़ में घाघरा उफान पर होने से कटान की भी स्थिति पैदा हो गई है जिससे तटवर्ती इलाकों में लोग अब पलायन करने लगे हैं। 


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