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पांच नए मेडिकल कॉलेजों में आज से चुने जाएंगे प्राचार्य, अगले सत्र से MBBS की पढ़ाई

बस्ती, अयोध्या, शाहजहांपुर, फीरोजाबाद व बहराइच के नए मेडिकल कॉलेजों में अगले सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू कराने के लिए प्राचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया बुधवार से शुरू होने जा रही है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 12 Feb 2019 09:21 PM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 11:58 AM (IST)
पांच नए मेडिकल कॉलेजों में आज से चुने जाएंगे प्राचार्य, अगले सत्र से MBBS की पढ़ाई
पांच नए मेडिकल कॉलेजों में आज से चुने जाएंगे प्राचार्य, अगले सत्र से MBBS की पढ़ाई

लखनऊ, जेएनएन। बस्ती, अयोध्या, शाहजहांपुर, फीरोजाबाद व बहराइच के नए मेडिकल कॉलेजों में अगले सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू कराने के लिए प्राचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया बुधवार से शुरू होने जा रही है। 16 फरवरी तक नियुक्त होने वाले प्राचार्य जहां तृतीय व चतुर्थ श्रेणी पदों पर भर्तियां शुरू कर देंगे, वहीं पांच कॉलेजों में 220 पदों के लिए सात फरवरी से शुरू हुई शिक्षकों की नियुक्ति का काम भी 17 फरवरी तक पूरा हो जाएगा। 

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चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ.केके गुप्ता ने बताया कि नए मेडिकल कॉलेजों में अगले शैक्षणिक सत्र 2019-20 से एमबीबीएस पढ़ाई शुरू करने के लिए भवन व संसाधनों की 90 फीसद से अधिक तैयारी हो गई है। बाकी काम भी उन्होंने जल्द पूरा करने का दावा किया। इन मेडिकल कॉलेजों के लिए प्राचार्यों के इंटरव्यू बुधवार तथा 14 व 16 फरवरी को किए जाएंगे। इसी के बाद अन्य नियुक्तियां भी कर ली जाएंगी। नए मेडिकल कॉलेजों को एमबीबीएस पढ़ाई की मान्यता देने के लिए एमसीआइ की टीम ने भी बुधवार को निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। इससे पहले बीते दिसंबर-जनवरी में एमसीआइ की टीम इन कॉलेजों का एक दौरा कर चुकी है। अब यह टीम मार्च में अंतिम तौर पर व्यवस्थाओं का जायजा लेने आएगी। 

नहीं होगा ट्रांसफर

महानिदेशक डॉ.गुप्ता ने बताया कि नए मेडिकल कॉलेजों में सोसाइटी द्वारा नियुक्त हो रहे शिक्षकों का ट्रांसफर नहीं होगा। उनकी प्राइवेट प्रैक्टिस पर भी प्रतिबंध रहेगा।

ताकि जल्द पूरी हो डॉक्टरों की कमी

केंद्र सहायतित परियोजना के तहत पांच जिला अस्पतालों को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज बनाया जा रहा है। प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को तेजी से पूरा करने के उद्देश्य से कम समय में मेडिकल कॉलेज तैयार करने के लिए यह फार्मूला अपनाया गया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग का मानना है कि जिला अस्पताल को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज बनाने से समय और पैसा, दोनों आधा खर्च होगा। 

30 अन्य पदों पर होगी भर्ती

पांच नए मेडिकल कॉलेजों के 22 में से चार विभागों में आरक्षण संबंधी संशोधन होने के बाद प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसर के 30 अन्य पदों पर भी नियुक्तियां की जाएंगी। मेडिसिन, सर्जरी, ऑब्स्ट्रेटिक्स व गायनोकोलॉजी के विभागों में करीब दस दिन बाद नियुक्तियां शुरू होंगी।


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