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कीमत से अधिक वसूलते थे मेडिकल उपकरणों का किराया, लखनऊ में फर्म संचालक गिरफ्तार

एडीसीपी मध्य चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित सुभाष चंद्रा मूल रूप से जौनपुर के बादशाहपुर मुंगरा क्षेत्र के नारायण गांव का रहने वाला है। यहां वृंदावन योजना में आदित्य रायल हाइट्स अपार्टमेंट में रहता था और खुद को मैट्रिक्स हेल्थ केयर सेंटर का मालिक बताता था।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 11 May 2021 10:21 AM (IST)Updated: Tue, 11 May 2021 11:30 AM (IST)
कीमत से अधिक वसूलते थे मेडिकल उपकरणों का किराया, लखनऊ में फर्म संचालक गिरफ्तार
हुसैनगंज पुलिस ने सरगना को किया गिरफ्तार। अस्पताल कर्मियों की मदद से चलाता था गिरोह।

लखनऊ, जेएनएन। मरीजों के तीमारदारों से आक्सीजन कंसंट्रेटर की कीमत से अधिक किराया वसूलने वाले गिरोह के सरगना मेडिकल फर्म संचालक सुभाष चंद्रा को हुसैनगंज पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से 18 आक्सीजन कंसंट्रेटर व अन्य उपकरण बरामद किए हैं। पुलिस उसके गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है।

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कीमत से अधिक वसूलते थे हफ्ते भर का किराया, 35 हजार जमा करता था सिक्योरिटी मनी : एडीसीपी मध्य चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित सुभाष चंद्रा मूल रूप से जौनपुर के बादशाहपुर, मुंगरा क्षेत्र के नारायण गांव का रहने वाला है। यहां वृंदावन योजना में आदित्य रायल हाइट्स अपार्टमेंट में रहता था और खुद को पीजीआइ रोड स्थित मैट्रिक्स हेल्थ केयर सेंटर का मालिक बताता था। आक्सीजन कंसंट्रेटर की वास्तविक कीमत 35-40 हजार रुपये है। वह मरीजों के तीमारदारों से संपर्क करके उन्हें आक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराता और एक हफ्ते का किराया 35 से 40 हजार रुपये लेता था। इसके साथ ही 35 से 40 हजार रुपये सिक्योरिटी मनी के रूप में जमा कराता था। सुभाष के पास से तीन आक्सीजन सिलि‍ंडर, पांच सिलिकान फेस मास्क (कीमत छह हजार रुपये प्रति), एक लैपटाप, एक मोबाइल, 2.40 लाख रुपये, एक लक्जरी कार और रसीद बुक बरामद की गई है। सुभाष को पुराना किला के पास से गिरफ्तार किया गया है।

अस्पतालों के कर्मचारियों के माध्यम से करता था सप्लाई

इंस्पेक्टर हुसैनगंज दिनेश सि‍ंह बिष्ट ने बताया कि सुभाष अस्पतालों में उपकरणों की सप्लाई का काम करता था। उसका कई अस्पतालों में आना जाना था। अस्पतालों से ही जरूरतमंदों के नंबर जुटा कर उनसेकर्मचारियों के माध्यम से संपर्क करता था। एडीसीपी ने बताया कि कई अस्पतालों के कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध है। मोबाइल नंबरों के आधार पर पड़ताल की जा रही है। जल्द ही गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

एक जरूरतमंद का फोन आने पर पुलिस ने किया ट्रेस

एडीसीपी ने बताया कि बीते दिनों आक्सीजन कंसंट्रेटर के जरूरतमंद का फोन उनके पास आया। उसने बताया कि साहब कहीं से आपका नंबर मिला है। मुझे आक्सीजन कंसंट्रेटर की जरूरत है। किराए पर एक व्यक्ति दे रहा है, पर किराया उसकी कीमत के बराबर मांग रहा है। इस पर जरूरतमंद व्यक्ति को आक्सीजन सिलि‍ंडर की व्यवस्था एडीसीपी ने कराई और उससे संदिग्ध नंबर लेकर उसे सर्विलांस पर लिया। इसके बाद हुसैनगंज पुलिस और सर्विलांस टीम की मदद से सरगना को गिरफ्तार कर लिया गया।


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