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लखनऊ: रेस्टोरेंट में शार्ट सर्किट से लगी आग, बाल-बाल बचे ग्राहक

गोमती नगर में वि‍वेक खंड स्थित पत्रकारपुरम चौरहे के पास बना है स्पाइस केव्स रेस्टोरेंट।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 18 Mar 2019 01:13 PM (IST)Updated: Mon, 18 Mar 2019 01:13 PM (IST)
लखनऊ: रेस्टोरेंट में शार्ट सर्किट से लगी आग, बाल-बाल बचे ग्राहक
लखनऊ: रेस्टोरेंट में शार्ट सर्किट से लगी आग, बाल-बाल बचे ग्राहक

लखनऊ, जेएनएन। गोमतीनगर में पत्रकार पुरम चौराहे पर सालों से मानक के विपरीत अवैध रूप से चल रहे स्पाइस केव्स रेस्टोरेंट में आग लग गई। अग्निकांड के दौरान रेस्टोरेंट में कर्मचारियों और ग्र्राहकों समेत 25 लोग हैं। उन्होंने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई। दूसरे तल पर स्थित कोचिंग भी बंद कर दी गई। इतना ही नहीं छत के ऊपर करीब दो दर्जन गैस सिलिंडर रखे थे। आनन फानन उन्हें हटाया गया और समय रहते दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया, नहीं तो हादसा कितना बड़ा होता इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है।

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इंदिरानगर निवासी अरुण और उनके दोस्त निखिल पत्रकार पुरम चौराहे के पास स्थित एक काम्प्लेक्स के प्रथम तल पर स्पाइस केव्स के नाम से रेस्टोरेंट चलाते हैं। भूतल पर टेलीकॉम कंपनी का एक शोरूम और द्वितीय तल पर एक निजी कोचिंग सेंटर है। सोमवार सुबह रेस्टोरेंट के किचन में लगे एक्जास्ट में शार्ट सर्किट होने के कारण आग लग गई। देखते-देखते चिमनी के रास्ते आग की लपटें निकलने लगीं।

होटल में फायर सुरक्षा का इंतजाम न होने के कारण काम करने वाले कर्मचारियों और ग्र्राहकों समेत करीब 25 लोगों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ ने पानी फेंककर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। हालात बिगड़ते देख कुछ तो नीचे और कुछ जान बचाने को छत की ओर भागे। आग बेकाबू होते देख लोगों ने दमकल को सूचना दी। इस बीच रेस्टोरेंट में फैला धुंआ द्वितीय तल पर चल रही कोचिंग परिसर में भर गया।

अग्निकांड के दौरान द्वितीय तल पर चल रही कोचिंग भी बंद कर दी गई। किसी तरह छात्र भागकर बाहर सड़क पर पहुंचे। उधर, हादसे के दौरान छत पर करीब दो दर्जन गैस सिलिंडर रखे थे। दमकल कर्मियों और रेस्टोरेंट कर्मचारियों ने आनन-फानन सिलेंडर मौके से हटवा दिए। आग अगर सिलिंडर तक पहुंच जाती तो हादसा कितना बड़ा होता इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। दमकल कर्मियों ने पानी फेंककर आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे। घंटे भर की कड़ी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने दो गाडिय़ों की मदद से आग पर काबू पा लिया। 

बहुत संकरा है जीने का रास्ता
रेस्टोरेंट के जीने का रास्ता भी बहुत संकरा है। संकरा जीना और गलियारा होने के कारण हादसे के समय लोगों के भागने में दिक्कत होती है। ऐसी स्थिति में उनकी जान भी जा सकती है। 

समय-समय पर साफ करते रहे एक्जास्ट
सीएफओ विजय कुमार सिंह ने बताया कि खासकर एक्जास्ट पर गंदगी कतई न जमने दें। क्योंकि किचन में तेल मसाले का काम होता है। एक्जास्ट जब चलता है तो तेल भाप बनकर उसके पंखों पर जम जाता है। इसके साथ ही उस पर मसाले के कड़ भी लग जाते हैं। यह गंदगी ज्वलनशील होती है। इस गंदगी में अगर जरा सी चिंगारी लगी तो अग्निकांड होते हैं। इस लिए एक्जास्ट को साफ करते रहें।

छात्रों को मैसेज भेजकर दी जानकारी नहीं चलेगी कक्षा
इमारत में कोचिंग संचालक शशांक सोमवंशी ने बताया कि सुबह 11-दो बजे तक कक्षा चलनी थी। पूरे परिसर में धुंआ भर गया था। सांस तक लेने में दिक्कत हो रही थी। इस कारण सोशल मीडिया और छात्रों को पर्सनल मोबाइल पर मैसेज भेजकर उन्हें जानकारी दी गई कि आज क्लास नहीं चलेगी।


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