राशन घोटाला मामला: दर्जन भर और दुकानों पर दर्ज होगी एफआइआर
पड़ताल तेज: राशन घोटाले में शामिल दुकानों की संख्या 46 हुई। केंद्र की दो सदस्यीय टीम ने भी दुकानों का किया मुआयना।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। राशन घोटाले में दर्जन भर और दुकानदारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की संस्तुति दे दी गई है। जाच के बाद एफआइआर दर्ज कराने के लिए डीएम के पास रिपोर्ट भेज दी गई। वहीं केंद्र सरकार की दो सदस्यीय टीम ने भी आकर कुछ दुकानों का मुआयना किया।
जिलापूर्ति अधिकारी आमिर खान के मुताबिक, आलमबाग में चार, चौक में तीन, वजीरगंज में तीन और यहियागंज में दो दुकानों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए संस्तुति भेजी गई है। इस तरह अब राजधानी में घोटाले की जद में शामिल दुकानों की संख्या 46 हो गई है। पहले ही 34 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है। उधर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के राशन की लूटखसोट को लेकर केंद्र भी सक्त्रिय हो गया है। केंद्र की दो सदस्यीय टीम ने राजधानी आकर कुछ दुकानों का मुआयना किया। आपूर्ति निरीक्षकों पर भी कसेगा फंदा:
राशन दुकानों से चोरी होती रही और पहरेदार सोते रहे। अब तक राजधानी में एक भी आपूर्ति निरीक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया गया है। जाहिर है कि कोटेदार बिना निरीक्षक की मिलीभगत से खेल नहीं कर सकता। आपूर्ति निरीक्षकों के बाबत डीएसओ का कहना है कि इसके लिए एनआइसी से डिटेल मागी गई है। कंपनी पर मेहरबान रहे अफसर: सपा सरकार में सरकारी अनाज वितरण का काम पाने वाली कंपनी के खिलाफ लगातार शिकायतें आती रहीं। अफसरों ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटाई। जिसका नतीजा घोटाले के रूप में सामने आया। मगर इसके बावजूद अधिकारी अब तक कंपनी को बचाने में लगे हैं। डीएसओ का कहना है कि रिपोर्ट में कंपनी की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। अब एसटीएफ इसकी जाच करेगी।