CAA Protest in Lucknow : नदवा कॉलेज और इंटीग्रल विवि में प्रदर्शन करने वाले छात्रों के खिलाफ FIR
लखनऊ पुलिस की ओर से गंभीर धाराओं में दो रिपोर्ट दर्ज की गई। इंटीग्रल विवि में प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कुलसचिव और पुलिस ने दर्ज कराया मुकदमा।
लखनऊ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ आंदोलन कर रहे दिल्ली के जामिया विश्वविद्यालय में हुई पुलिस कार्रवाई पर लखनऊ में भड़की आग में नदवतुल उलमा (नदवा कॉलेज) और इंट्रीग्रल विश्वविद्यालय गरमा गए। रविवार देर रात सड़क जाम कर प्रदर्शन करने वाले छात्रों के खिलाफ हसनगंज थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। इसके अलावा सोमवार को पथराव, हंगामा, आपत्तिजनक नारेबाजी और पुलिस पर हमला करने वाले 20 से 30 अज्ञात नदवा कॉलेज के छात्रों के खिलाफ दूसरी रिपोर्ट दर्ज की गई है। पहली एफआइआर दारोगा विजय सिंह और दूसरी इंस्पेक्टर हसनगंज अमरनाथ वर्मा ने कराई है।
एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक, नदवा के छात्रों पर दो एफआइआर पंजीकृत किया गया है। आरोपित प्रदर्शनकारियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इंटीग्रल विश्वविद्यालय में सोमवार को प्रदर्शन करने वाले छात्रों के खिलाफ भी गुडंबा थाने में दो एफआइआर दर्ज की गई है। पहली रिपोर्ट विवि के कुलसचिव डॉ. आइए खान की ओर से तथा दूसरी पुलिस की तरफ से लिखाई गई है। कुलसचिव का आरोप है कि 100 से 125 की संख्या में अज्ञात बाहरी लोग समूह बनाकर विवि के मुख्य द्वार पर एकत्रित हो गए। इससे रास्ता जाम हो गया और एंबुलेंस भी फंस गए। जाम के कारण लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ा, जबकि मरीज भी परेशान दिखे। सीओ गाजीपुर दीपक कुमार सिंह के मुताबिक, 100 से 125 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर उनकी पहचान की जा रही है।
जानलेवा हमले का आरोप
इंस्पेक्टर हसनगंज ने प्रदर्शनकारियों पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि जान से मारने की नीयत से आरोपितों ने पुलिस पर पथराव किया था। आरोपितों के जाम लगाने से स्कूली बच्चे काफी देर तक फंसे रहे और आसपास शांति व्यवस्था भंग हो गई। इंस्पेक्टर ने आरोपितों ने गाली गलौज और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने का आरोप भी लगाया है।
सुरक्षा को लेकर लगाई गई ड्यूटी
एसएसपी के मुताबिक, सुरक्षा के लिहाज से जोनल व सेक्टर स्कीम सभी क्षेत्रों में लागू कर दी गई है। पुलिसकर्मियों की ड्यूटियां लगा दी गई हैं और 10 रिजर्व और 14 क्यूआरटी तैनात हैं। जिले में 11 कंपनी पीएसी भी मौजूद है। शैक्षणिक संस्थानों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।