उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता एक्सीडेंट : BJP MLA कुलदीप सिंह पर हत्या का केस, सरकार ने की CBI जांच की सिफारिश
पीड़िता के चाचा की तहरीर पर रायबरेली में सड़क दुर्घटना में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत दस लोगों को नामजद किया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। उन्नाव के माखी दुष्कर्म कांड की पीडि़ता की कार की अप्रत्याशित दुर्घटना में दो मौतों के बाद सोमवार को दिनभर राजनीतिक बवंडर रहा। विपक्ष के तीखे हमलों के बीच दोपहर तक भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 नामजद और 15-20 अज्ञात के खिलाफ रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। यह एफआइआर रायबरेली जेल में बंद पीडित किशोरी के चाचा की तहरीर पर दर्ज की गई है। देशभर को दहला देने वाले इस मामले की जांच सीबीआइ से कराने का राज्य सरकार ने फैसला लिया। देर रात प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि सीबीआइ जांच की सिफारिश से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी कर उसे केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। माना जा रहा है कि मंगलवार को केंद्र सरकार सीबीआइ जांच का आदेश कर देगी।
सीबीआइ माखी दुष्कर्म कांड में चार केस दर्ज कर जांच कर रही है। इनमें पीड़ित किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट तथा पीडि़ता के पिता को पीटने व झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने के मामले भी शामिल है। सीबीआइ इनमें तीन केस में आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है। सामूहिक दुष्कर्म के केस में आरोपपत्र अभी दाखिल नहीं किया गया है। सीबीआइ ने आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को 13 अप्रैल 2018 को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से वह जेल में है।
रायबरेली में हुए हादसे के बाद सोमवार सुबह से ही ट्रॉमा सेंटर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई। विपक्षी नेताओं का ट्रॉमा सेंटर जाने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया। इसके बाद सोमवार दोपहर एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्ण ने लोक भवन में मीडिया को बताया कि जिस ट्रक ने पीडि़ता की कार में टक्कर मारी थी, उसके मालिक, चालक व क्लीनर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। ट्रक व कार में आमने-सामने भिड़ंत हुई थी। पीड़िता के साथ सुरक्षाकर्मी किन परिस्थितियों में साथ नहीं गए थे, इसकी विस्तृत जांच एसपी उन्नाव कर रहे हैं। हादसे के पीछे किसी षड्यंत्र की आशंका को देखते हुए पुलिस ट्रक मालिक, चालक, क्लीनर के अलावा विधायक कुलदीप सेंगर के कई करीबियों के नंबरों की कॉल डिटेल की छानबीन भी की जा रही है। फोरेंसिक साइंस लैब की टीम भी घटनास्थल का परीक्षण कर रही है। जल्द उसकी रिपोर्ट आने पर कई चीजें स्पष्ट हो सकेंगी।
सेंगर का भाई भी आरोपित
उधर, रायबरेली में विधायक कुलदीप सेंगर व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई होती रही। पीड़ित किशोरी के चाचा ने रायबरेली के कारागार अधीक्षक के जरिये तहरीर पुलिस को दी। दर्ज मुकदमे में बांगरमऊ (उन्नाव) से भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के अलावा उसके भाई मनोज सिंह सेंगर, विनोद मिश्र, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह तथा अधिवक्ता अवधेश सिंह आरोपित हैं।उल्लेखनीय है कि दुष्कर्म पीडि़ता रविवार को अपनी चाची, मौसी और अधिवक्ता के साथ कार से रायबरेली जिला कारागार में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी। तभी बारिश के दौरान रायबरेली में दोपहर करीब एक बजे उनकी कार सामने से आ रहे अनियंत्रित तेज रफ्तार ट्रक के पिछले हिस्से से टकरा गई थी। हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी। चाची दुष्कर्म मामले में सीबीआइ की गवाह थीं, जबकि गंभीर रूप से घायल पीड़िता व अधिवक्ता का लखनऊ स्थित ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है।
सीबीआइ टीम पहुंची ट्रॉमा सेंटर
माखी दुष्कर्म कांड की पीड़िता के दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने व एक महिला गवाह की मौत के बाद सीबीआइ में भी खलबली मच गई है। दोपहर बाद सीबीआइ लखनऊ की एक पांच सदस्यीय टीम ट्रॉमा सेंटर पहुंची। टीम ने पीड़िता की हालत का पता लगाने के साथ ही परिवार से भी कुछ जानकारियां भी जुटाईं। दिल्ली स्थित सीबीआइ मुख्यालय को ब्योरा भी भेजा गया है। माखी दुष्कर्म कांड व उससे जुड़े अन्य केसों की जांच कर रही सीबीआइ इस मामले से जुड़े तथ्यों की छानबीन में जुट गई है।
विपक्ष ने बोला सरकार पर हमला
सोमवार को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल पीडि़त किशोरी से मिलने पहुंचीं और उसकी सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला। स्वाती ने पीड़िता व घायल वकील को एयर एम्बुलेंस से दिल्ली ले जाकर इलाज कराने की बात भी कही। इसके अलावा कांग्रेस की प्रतापगढ़ की विधायक आराधना मिश्रा, रायबरेली विधायक अदिति सिंह, श्याम किशोर शुक्ला व शिव पांडेय के नेतृत्व कांग्रेसियों ने भी पीड़िता के परिवार से मुलाकात कर कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए। सपा की पूर्व प्रवक्ता जूही सिंह, पूर्व एमएलसी मधु गुप्ता, नाहिद लारी खान समेत अन्य सपा नेताओं ने भी ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर भाजपा को घेरा। विपक्ष ने ट्रॉमा सेंटर में सरकार के किसी मंत्री अथवा वरिष्ठ अधिकारी के न पहुंचने को लेकर भी सवाल उठाये। इसी बीच डैमेज कंट्रोल के लिए महिला कल्याण मंत्री स्वाती सिंह, अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश अवस्थी व मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और पीड़िता, घायल वकील व उनके परिवार का हाल लिया। हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
पीडि़ता की मां का बयान
'यह दुर्घटना विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने अपने लोगों से कराई है। रविवार को जब मेरी बेटी के साथ देवरानी व बहन रायबरेली के लिए निकले थे, उसी समय विधायक सेंगर के लोग माखी से ही उनके पीछे लग गए थे। हमें बहुत दिनों से धमकियां दी जा रही थीं। कहते थे कि अभी तो पीडि़ता के चाचा ही जेल में है। उन्हें सजा भई है। चाचा की पत्नी मर जाये तो पीड़िता व उसकी मां को भी जेल भिजवा दिया जाये। विधायक जेल में हैं, लेकिन उनके लोग तो बाहर हैं। विधायक के पास जेल में फोन भी है। वह वहीं से बैठे-बैठे सारा काम करवा रहे हैं। हम न्याय चाहते हैं। मेरे देवर को जल्द से जल्द बाहर निकलवाया जाये। घटना की सीबीआइ जांच होनी चाहिए।'
सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा
विपक्ष ने ट्रॉमा सेंटर में सरकार के किसी मंत्री अथवा वरिष्ठ अधिकारी के न पहुंचने को लेकर भी सवाल उठाये। इसी बीच डैमेज कंट्रोल के लिए महिला कल्याण मंत्री स्वाती सिंह, अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश अवस्थी व मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और पीड़िता, घायल वकील व उनके परिवार का हाल लिया। हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
पुलिस हर पहलू पर कर रही पड़ताल
सोमवार दोपहर एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्ण ने लोक भवन में मीडिया के सामने अब तक की गई कार्रवाई साझा की। एडीजी ने बताया कि जिस ट्रक ने पीड़िता की कार में टक्कर मारी थी, उसके मालिक, चालक व क्लीनर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। ट्रक व कार में आमने-सामने भिड़ंत हुई थी।
पीड़िता के साथ सुरक्षाकर्मी किन परिस्थितियों में साथ नहीं गए थे, इसकी विस्तृत जांच एसपी उन्नाव कर रहे हैं। हादसे के पीछे किसी षड्यंत्र की आशंका को देखते हुए पुलिस ट्रक मालिक, चालक, क्लीनर के अलावा विधायक कुलदीप सेंगर के कई करीबियों के नंबरों की कॉल डिटेल की छानबीन भी की जा रही है। फोरेंसिक साइंस लैब की टीम भी घटनास्थल का परीक्षण कर रही है। जल्द उसकी रिपोर्ट आने पर कई चीजें स्पष्ट हो सकेंगी।
पीड़िता के चाचा से पूछताछ
डीएम नेहा शर्मा और पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने जेल पहुंचकर दुष्कर्म पीड़िता के चाचा से पूछताछ की। वहीं लखनऊ से आई तीन सदस्यीय फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई। सड़क पर मिले टायरों के निशान, गाड़ियों पर मिला पेंट आदि साक्ष्य के रूप में संकलित कर विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया है। उक्त दुर्घटना हमला है या हादसा, इस पर अभी भी संशय बना हुआ है। पुलिस ट्रक चालक से पूछताछ में जुटी है।
उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की कार दुर्घटना पर इन परिस्थितियों की वजह से उठ रहे बड़े सवाल
खंगाली जाएगी विधायक के साथियों व ट्रक चालक की कॉल डिटेल
उन्नाव रेप पीड़िता की कार के एक्सीडेंट मामले में एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्णा और आईजी लखनऊ एसके भगत ने कहा कि ट्रक मालिक और उसके ड्राइवर की कॉल डिटेल की जांच की जा रही है। इनके साथ ही आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के सहयोगियों की भी कॉल डिटेल जांची जा रही है। इसके साथ ट्रक क्लीनर के भी मोबाइल को खंगाला जा रहा है। इन सभी के मोबाइल नंबरों की भी जांच की जा रही है।
UP डीजीपी ओपी सिंह के बाद CBI टीम भी दुर्घटना में घायल उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता से मिली
उन्नाव रेप पीड़िता की इस दुर्घटना में परिवार ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के इशारे पर एक्सीडेंट करवाने का आरोप लगाया है। पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि रेप पीड़िता को 10 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा मिली हुई है। उसके रायबरेली जाने के दौरान कार में चार लोग थे। एक व्यक्ति को उन्हें रायबरेली से कार में बैठाना था। कार में जगह न होने से पीड़िता ने कार में गनर को नहीं बैठाया था।
रविवार दोपहर रायबरेली जाते समय हुआ था हादसा
दुष्कर्म पीड़िता अपनी चाची, मौसी और अधिवक्ता के साथ कार से रायबरेली जिला कारागार में बंद अपने चाचा से मिलने के लिए रविवार को आ रही थी। मूसलाधार बारिश के बीच दोपहर करीब एक बजे उनकी कार सामने से आ रहे अनियंत्रित तेज रफ्तार ट्रक के पिछले हिस्से से टकरा गई थी, जिसमें उसकी चाची और मौसी की मौत हो गई थी। घायल दुष्कर्म पीड़िता और उनके वकील को गंभीर हालत में जिला अस्पताल से ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया था, जहां दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है।
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