Major Movie: सम्राट पृथ्वीराज के बाद अब फिल्म मेजर भी अपनी कैबिनेट के साथ देखेंगे सीएम योगी आदित्यनाथ
Major Movie मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी फिल्म मेजर की तारीफ की है। फिल्म मेजर की टीम और मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के माता-पिता ने सीएम योगी से मुलाकात की। सीएम योगी ने पूरी टीम को उत्कृष्ट सफलता पर बधाई दी है।
Major Movie: लखनऊ, जेएनएन। वर्ष 2008 में मुंबई हमले में आतंकवादियों से मुतभेड़ के दौरान शहीद हुए मेजर संदीप उन्नीकृष्णन पर बनने वाली फिल्म 'मेजर' में मुख्य भूमिका अदा करने वाले आदिवि शेष ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंगलवार को मुलाकात की। उनके साथ शहीद मेजर के माता-पिता भी साथ रहे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदिवि शेष को अच्छी फिल्म बनाए जाने पर उनकी पूरी टीम को बधाई और शुभकामनाएं दीं। अभिनेता ने मुख्यमंत्री को 10 मिनट में फिल्म का कुछ हिस्सा दिखाया और आग्रह किया कि वह पूरी फिल्म देखें। उन्होंने स्मृति चिन्ह के रूप में अदिवि शेष और मेजर संदीप के माता-पिता को एक शॉल और चांदी का सिक्का भेंट किया।
फिल्म अभिनेता आदिवी शेष ने यूपी में भ्रष्टाचार को खत्म करने और अपराध की रीढ़ तोड़ने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ की सराहना की। उन्होंने सीएम योगी से कहा कि यूपी में बन रही फिल्म सिटी की स्थापना को लेकर मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री में काफी उत्साह है। प्रदेश सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयास से यूपी बहुत जल्द फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करने वाला है।
उत्तर प्रदेश के युवाओं को संदेश देते हुए फिल्म अभिनेता आदिवी शेष ने कहा कि मेजर संदीप ने हमेशा देश के बारे में ही सोचा। हमने अपनी फिल्म के माध्यम से वहीं दिखाने की कोशिश की है। युवाओं को अपने देश के प्रति सम्मान और समर्पण भाव रखने का फिल्म में संदेश दिया गया है।
वर्ष 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। इस 26/11 के हमलों को पर्दे पर कई तरीकों से दर्शकों तक पहुंचाने की कोशिश की गई है। दर्शक उस दिन हुई घटना के बारे में सब कुछ जानना चाहते हैं और यही कारण है कि इस पर अब तक कई फिल्में बन चुकी हैं।
इसी क्रम में अब एक्टर आदिवि शेष की फिल्म मेजर भी रिलीज हो गई है। फिल्म की कहानी मुंबई हमले में शहीद हुए आर्मी अफसर संदीप उन्नीकृष्णन की जिंदगी पर आधारित है। फिल्म में आदिवि शेष उनका रोल प्ले करते दिख रहे हैं। मेजर संदीप उन्नीकृष्णन बचपन से ही सेना में जाना चाहते थे और देश के लिए उन्होंने अपनी जान तक गंवा दी।