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योगी आदित्यनाथ सरकार की ज्यादा संक्रमण वाले राज्यों से आ रहे लोगों पर सख्ती, दिखानी होगी रिपोर्ट

Fight Against Corona Virus in UP सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद से 11 राज्यों से प्रदेश में किसी भी माध्यम से आने वालों को आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट या कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने का प्रमाण पत्र दिखाना होगा।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 24 Jul 2021 04:48 PM (IST)Updated: Sun, 25 Jul 2021 11:07 AM (IST)
योगी आदित्यनाथ सरकार की ज्यादा संक्रमण वाले राज्यों से आ रहे लोगों पर सख्ती, दिखानी होगी रिपोर्ट
कोरोना वायरस संक्रमण- सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण पर लगभग पूरा नियंत्रण करने में सफल रहने के बाद भी योगी आदित्यनाथ सरकार जरा भी सी लापरवाही नहीं कर रही है। सरकार का ट्रैक, टेस्ट तथा ट्रीट का कार्यक्रम जारी है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में तीन प्रतिशत से अधिक पाजिटिविटी रेट वाले 11 राज्यों से आ रहे लोगों के साथ भी सख्ती की जा रही है।

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यूपी में ज्यादा पाजिटिविटी रेट वाले 11 राज्यों से आ रहे लोगों के लिए कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट व टीकाकरण प्रमाण पत्र दिखाने पर ही प्रवेश दिया जाएगा। शनिवार से यह व्यवस्था लागू कर दी गई। सभी हवाई अड्डे, बस व रेलवे स्टेशन पर बाहर से आ रहे लोगों की सख्ती के साथ स्क्रीनिंग की जा रही है। अगर उनके पास निगेटिव रिपोर्ट या फिर प्रमाण पत्र नहीं है तो यूपी में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। 31 जुलाई तक इन राज्यों से आ रहे लोगों पर सख्ती की जाएगी। फिर पाजिटिविटी रेट के अनुसार राज्यों की नई सूची अपडेट होगी।

महानिदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) डा. डीएस नेगी ने बताया कि जिन 11 राज्यों से आने वाले लोगों पर सख्ती की जा रही है उनमें मेघालय, त्रिपुरा, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, गोवा व अरुणांचल प्रदेश शामिल है। इन राज्यों में पाजिटिविटी रेट तीन प्रतिशत से ज्यादा है। इन्हें 20 से 23 जुलाई के बीच की कोरोना जांच रिपोर्ट दिखानी होगी। ऐसा करने में नाकाम रहने वालों को एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन या फिर उत्तर प्रदेश की सीमा पर ही रोक दिया जाएगा। एक से 15 अगस्त तक किन-किन राज्यों से आने वाले लोगों पर सख्ती की जाएगी इसकी सूची जल्द तैयार की जाएगी। इन राज्यों के लोगों को 28 से 31 जुलाई के मध्य कराई गई कोरोना जांच की रिपोर्ट या फिर दोनों टीके लगाए जाने का प्रमाण पत्र साथ लाना होगा। कोरोना की तीसरी लहर अगस्त के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित है और यूपी में इस समय सिर्फ 0.01 फीसद पाजिटिविटी रेट है। ऐसे में संक्रमण न बढ़े इसलिए सख्ती की जा रही है। प्रदेश सरकार सरकार ने शनिवार को सूची भी तैयार कर ली है कि उत्तर प्रदेश में एक से 15 अगस्त तक किन राज्यों से आने वालों को जांच या फिर वैक्सीनेशन की रिपोर्ट दिखानी होगी।

डेल्टा वैरियंट को लेकर अतिरिक्त सतर्कता

उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि यह बिल्कुल स्पष्ट है कि प्रदेश जो दूसरी लहर आई थी और अभी के लिए जो हम सैंपल्स इकट्ठे कर रहे हैं उनमें डेल्टा वैरिएंट सबसे ज्यादा आ रहा है। हमें जो जीनोम सिक्वेंसिंग के नतीजे मिले हैं उनमें तो 90 प्रतिशत से अधिक डेल्टा वैरिएंट है।

शुक्रवार को दस लाख लोगों को लगाई गई वैक्सीन

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि शुक्रवार को प्रदेश में वैक्सीन की 10,0,6,068 डोज़ लगाई गई। यह अब तक एक दिन में दी गई सर्वाधिक डोज है। प्रदेश में अब तक कुल 3,67,18,096 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। इसके साथ ही 71,04,105 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगाई जा चुकी है। अब तक कुल मिलाकर 4,38,22,201 लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। 


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