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Defence Expo 2020: फलक पर दिखेगी 'शक्ति के शौर्य की झलक, महिला फायटर पायलट रचेंगी इतिहास

फ्लाई पास्ट में महिला फाइटर पायलटों को भी शामिल करने की तैयारी रक्षा मंत्रालय ने दिए निर्देश।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 30 Jan 2020 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 31 Jan 2020 07:56 AM (IST)
Defence Expo 2020: फलक पर दिखेगी 'शक्ति के शौर्य की झलक, महिला फायटर पायलट रचेंगी इतिहास
Defence Expo 2020: फलक पर दिखेगी 'शक्ति के शौर्य की झलक, महिला फायटर पायलट रचेंगी इतिहास

लखनऊ [निशांत यादव]। देश की पहली महिला फाइटर पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनी चतुर्वेदी और मिग 21 बाइसन पर पहला काम्बैट मिशन पूरा करने वाली फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कांत की तरह एक और इतिहास लखनऊ के आसमान पर रचने की तैयारी है। लखनऊ में पांच से नौ फरवरी तक होने वाले डिफेंस एक्सपो के फ्लाई पास्ट में महिला फाइटर पायलटों को भी शामिल किया जा सकता है। रक्षा मंत्रालय ने इसके लिए वायुसेना मुख्यालय को निर्देश भी जारी कर दिए हैं। फ्लाई पास्ट के लिए वायुसेना की नजदीकी हेलीकॉप्टर यूनिट और ट्रांसपोर्टर विमान की स्क्वाड्रन से संपर्क किया गया है। 

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भारतीय वायुसेना पांच से नौ फरवरी तक वृंदावन योजना में दो बार फ्लाई पास्ट करेगी। इस फ्लाई पास्ट में सुखोई, जगुआर और तेजस जैसे लड़ाकू विमान, ट्रांसपोर्टर विमान सी-17 ग्लोबमास्टर, डोनियर के अलावा एमआइ-17 हेलीकॉप्टर, धु्रव व रुद्र हेलीकॉप्टर शामिल होंगे। वायुसेना मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक डिफेंस एक्सपो में भारतीय महिला फाइटर पायलटों की प्रतिभा को दर्शाने की तैयारी की जा रही है। रक्षा मंत्रालय की ओर से निर्देश मिला है कि फ्लाई पास्ट में महिला फाइटर पायलट को भी शामिल किया जाए। लखनऊ के आसपास हेलीकॉप्टर यूनिट हैं। इनमें महिला फाइटर पायलट अपनी सेवाएं दे रही हैं। फ्लाई पास्ट के लिए बनी वायुसेना के समन्वय बोर्ड को इस पर अंतिम निर्णय करना है। बोर्ड ही तय करेगा कि चकेरी, बीकेटी, बरेली, इलाहाबाद, आगरा व ङ्क्षहडन वायुसेना स्टेशनों में से किसी एक जगह से महिला फाइटर पायलट को फ्लाई पास्ट में शामिल किया जाए।

पांच फरवरी से शुरू होने जा रहे डिफेंस एक्सपो में रक्षा हथियारों और सैन्य साजो सामान का जमावड़ा तो होगा ही, दुनियाभर के तमाम देशों के रक्षा मंत्री और प्रतिनिधि भी शामिल होने के लिए आ रहे हैं। प्रशासन का दावा है कि अब तक 35 देशों के तो रक्षा मंत्रियों ने ही आने पर सहमति जता दी है। इसके अलावा कई देशों के राजदूत भी इसमें शामिल होने आ रहे हैं। 

डिफेंस एक्सपो के जरिये भारत दुनिया के सामने अपनी ताकत और बाजार में निवेश की संभावनाओं को पेश करना चाहता है। यही वजह है कि दुनियाभर के तमाम देशों के रक्षा मंत्री खुद इसमें शामिल होने के लिए आ रहे हैं। जाहिर है, सरकार को भी उम्मीद है कि शीर्ष नेतृत्व के आने से डील करना आसान होगा।


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