फास्ट फूड बढ़ा रहा सांस, त्वचा की समस्या
कोल्ड ड्र्रिंक, चाऊमीन, पिज्जा आदि का सेवन लोगों को बना रहा रोगी
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। फास्ट फूड, मोटापा बढ़ाने के साथ सांस और त्वचा की बीमारी भी बांट रहे हैं। कोल्ड ड्र्रिंक, चाऊमीन, पिज्जा आदि का सेवन लोगों को रोगी बना रहा है। एलर्जी की समस्या भी बढ़ रही है। यह जानकारी केजीएमयू पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के डॉ. अजय वर्मा ने दी। वह शनिवार को इंडियन कॉलेज ऑफ एलर्जी अस्थमा एंड अप्लाइड इम्युनोलॉजी की ओर से साइंटिफिक कंवेंशन सेंटर में आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे।
डॉ. अजय ने बताया कि फास्ट फूड के प्रयोग से शरीर में फ्री रेडिकल्स अधिक बनने लगते हैं। इस वजह से शरीर में सूजन के साथ स्किन पर चकत्ते होने लगते हैं। वहीं फास्ट फूड के अधिक प्रयोग से एसिड सांस नली में पहुंचने लगता है, जिससे सांस फूलने लगती है।
एलर्जी बढ़ा रही सर्दी, जुकाम
झांसी मेडिकल कॉलेज के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. मधुर्मय ने कहा कि बार-बार सर्दी-जुकाम हो रहा हो, या गले में खराश और आंख से पानी गिरता हो चेत जाएं। यह एलर्जी के कारण हैं। ऐसा होने पर विशेषज्ञ की सलाह लें। समय पर इलाज से बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। जितनी देरी होगी बीमारी गंभीर होती जाएगी।
विटामिन सी व डी की कमी से भी होती है सांस की समस्या
मुंबई से आए डॉ. निखिल सारंगधर ने बताया कि विटामिन सी और डी की कमी से सांस की समस्या होती है। बताया कि रिसर्च में सामने आया है कि शरीर में इस विटामिन की कमी से एंटीऑक्सीडेंट कम होने लगते हैं। जिससे धीमे-धीमे संास की समस्या होने लगती है। सांस के रोगियों को सुबह गुनगुनी धूप में बैठना चाहिए।
एलर्जी कोई बीमारी नहीं बल्कि रोग की वजह
केजीएमयू के पल्मोनरी विभाग के डॉ. आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि एलर्जी कोई बीमारी नहीं है बल्कि बीमारी की वजह एलर्जी है। हमारी जीवन शैली में हो रहे बदलाव से एलर्जी की समस्या बढ़ रही है। खान- पान में बदलाव, घर में जगह-जगह पर्दे, कालीन और सोफे और लकड़ियों का प्रयोग भी हमारी सेहत बिगाड़ रहा है। इनकी नियमित साफ-सफाई नहीं हो पाती है। उसकी धूल से लोग एलर्जी व अस्थमा की चपेट में आ रहे हैं।