फूड प्रोसेसिंग से मुस्कुराएगा किसान, आय होगी दोगुनीः निरंजन ज्योति
केंद्र और राज्य सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। 2014 में एक भी मेगा फूड पार्क और मेगा कोल्ड स्टोरेज की योजना नहीं थी। किसानों को खेती में भारी नुकसान हो रहा था।
कानपुर (जेएनएन)। देश में जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, खेती नहीं। करोड़ों लोगो की भूख मिटाने के लिए भोजन की आवश्यकता होती है। ऐसे में फसलों की पैदावार जरूरी है। किसान खेती करें और उससे मुनाफा भी हो। उसके लिए फूड प्रोसेसिंग की आवश्यकता है। किसानों को लाभ मिलेगा, आए दुगनी होगी तो उनके चेहरे पर मुस्कान आएगी। भारत अपने आप तरक्की करेगा।
यह बात सोमवार को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कही। वह चंद्रशेखर आजाद (सीएसए) कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की संभावनाओं पर आयोजित सेमिनार में बोल रहीं थी। उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। 2014 में एक भी मेगा फूड पार्क और मेगा कोल्ड स्टोरेज की योजना नहीं थी। किसानों को खेती में भारी नुकसान हो रहा था। अब देश में 14 मेगा फूड पार्क संचालित हैं, जबकि 27 पर काम चल रहा है। इनमें केरल, मणीपुर, तेलंगाना, नागालैंड, छत्तीसगढ़ राज्य शामिल हैं। प्रदेश में तीन मेगा फूड पार्क चालू हो गए हैं। देश में कोल्ड चेन काम कर रही है, जबकि 25 प्रस्तावित हैं।
वर्ल्ड फूड इंडिया में आए 31 हजार करोड़
खाद्य प्रसंकरण उद्योग राज्य मंत्री के मुताबिक नई दिल्ली में हुए वर्ल्ड फूड इंडिया में देश और विदेश से काफी संख्या उद्योगपति आए। फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में रुचि दिखाई। कार्यक्रम के दौरान 31 हजार करोड़ रुपये के निवेश हुए।
प्रदेश में जातिगत की फैक्ट्री लगाई
साध्वी निरंजन ज्योति ने चुटकी लेते हुए कहा कि पूर्व सरकार ने प्रदेश में सिर्फ जातिगत की फैक्ट्री लगाई। खेती की फैक्ट्री लगाने से किसानों का भला हो जाता। राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल करते हैं। वह पहले स्वयं को देखें। उन्होंने चुनाव से पहले अपने संसदीय क्षेत्र में जमीन का शिलान्यास कर दिया। उस जमीन की कोई लिखा पढ़ी नहीं थी।
रूरा में बनेगा मेगा फूड पार्क
कानपुर देहात के रूरा में मेगा फूड पार्क बनाया जाएगा। इसमें उद्योग पति निवेश करेंगे। उन्हें सरकार की ओर से सबसिडी दी जाएगी। कई निवेश धारकों की ओर से आवेदन किया गया है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री ने कार्यक्रम में बताया कि निवेशकों की दिक्कतों का ध्यान रखना जरूरी है। उनकी अर्हता की शर्तों के आधार पर काम होना चाहिए।
आलू से बनेगा पाउडर, मिलेगा लाभ
सेमिनार के दौरान कानपुर देहात के किसान ने आलू किसानों की समस्या को उठाया, जिस पर साध्वी निरंजन ज्योति ने बताया कि आलू को खाने के साथ ही सौंदर्य प्रसाधन में भी उपयोग होता है। आलू के पाउडर को चेहरे पर लगाने वाले टेल्कम पाउडर के निर्माण में प्रयोग किया जाता है। इस पाउडर को विदेशों से मंगाया जाता है। यह काफी महंगा मिलता है। फूड प्रोसेसिंग में इसको भी शामिल किया जाएगा। केले के पाउडर भी कई सौंदर्य प्रसाधनों के बनाने में काम आता है।