सोशल मीडिया पर मायावती का फर्जी वाट्सएप नंबर और युवा मोर्चा गठन की खबरें खूब दौड़ीं, मुकदमा
सोशल मीडिया से फासले रखने वाली बहुजन समाज पार्टी के लिए सोशल मीडिया पर हो रहा फर्जीवाड़ा परेशानी का सबब बना है।
लखनऊ, जेएनएन। सोशल मीडिया से फासले रखने वाली बहुजन समाज पार्टी के लिए सोशल मीडिया पर हो रहा फर्जीवाड़ा परेशानी का सबब बना है। गत दिनों बसपा उम्मीदवारों की सूची वायरल होने की घटना अभी ठंडी नहीं हुई थी कि मायावती के फर्जी वाट्सएप नंबर के साथ बसपा युवा मोर्चा के गठन संबंधित खबरें सोशल मीडिया पर खूब दौड़ रही हैं। स्थिति स्पष्ट करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा ने विज्ञप्ति जारी कर इसे साजिश करार दिया है।अहम बात यह है कि सोशल मीडिया पर जारी फर्जीवाड़े में प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा के लेटरपैड का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मायावती का फर्जी वाट्सएप नंबर दर्शाया
कुशवाहा की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती का जो वाट्सएप नंबर दर्शाया जा रहा है, वह पूरी तरह से फर्जी है। एक साजिश के तहत बसपा के खिलाफ भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर मेरे लेटर पैड व हस्ताक्षर स्कैन कराकर फर्जी पत्र प्रमुखता से प्रचारित किए जा रहे है। वहीं, बसपा का युवा मोर्चा गठन होने की खबर भी फर्जी ढंग से सोशल मीडिया पर वायरल है। उन्होंने कहा कि बसपा में युवा मोर्चा, छात्र मोर्चा और महिला मोर्चा जैसा कोई संगठन नहीं है।
एफआइआर दर्ज करायी
सोशल मीडिया पर 14 जनवरी को बसपा उम्मीदवारों की फर्जी सूची जारी होने से हड़कंप मचा था। सपा से गठबंधन के दो दिन बाद ही बसपा प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा के लेटरपैड पर 38 उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद हजरतगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी। कुशवाहा ने आरोप लगाया कि गठबंधन के बाद तेजी से बदले राजनीतिक परिदृृश्य से विरोधियों की नींद उड़ी है इसीलिए सोशल मीडिया का सहारा लेकर बसपा पर तेज हमले किए जा रहे है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से इस दुष्प्रचार मुहिम से सावधान रहने को कहा है।