प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की फर्जी काउंसिलिंग का भंडाफोड़
राजधानी में निर्देशों की परवाह किए बगैर प्राइवेट कॉलेजों द्वारा काउंसलिंग की जा रही थी। सूचना मिलने पर जिला प्रशासन की टीम ने छापामारी की।
लखनऊ (जेएनएन)। राजधानी में निर्देशों की परवाह किए बगैर प्राइवेट कॉलेजों द्वारा काउंसलिंग की जा रही थी। सूचना मिलने पर जिला प्रशासन की टीम ने छापामारी की। इस दौरान काउंसलिंग स्थल गुरु नानक गर्ल्स कालेज में अफरा-तफरी मच गई। देखते ही देखते प्रक्रिया को अंजाम दे रहे लोग मौके से भाग निकले, जबकि कई छात्र मौजूद मिले।
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आज एडीएम पश्चिमी जयशंकर दुबे, एसपी पश्चिमी सर्वेश कुमार मिश्र और सीओ कैसरबाग अभय नाथ त्रिपाठी ने गुरुनानक गल्र्स कॉलेज में छापा मारा। इस दौरान यहां प्रतिबंधित मेडिकल काउंसिलिंग होती मिली। एडीएम जयशंकर दुबे के मुताबिक मौके पर 25 छात्र मिले, जिनकी काउंसिलिंग हो चुकी थी, वहीं काउंसलिंग कर रहे लोग मौके से भाग निकले। उन्होंने बताया कि काउंसिलिंग बरेली के यूपी अन-एडेड मेडिकल कॉलेजेस वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा की जा रही थी। एडीएम के मुताबिक कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ.कमला सिंह बिष्ट ने एसोसिएशन द्वारा ई-मेल के माध्यम से परिसर को बुक कराने की बात कही है। पड़ताल करने पर एसोसिएशन द्वारा भेजी गई-मेल में दर्शाए गए सभी फोन नंबर बंद मिले।
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मेल से बुक कराया परिसर
एडीएम के मुताबिक कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ.कमला सिंह बिष्ट ने एसोसिएशन द्वारा ई-मेल के माध्यम से परिसर को बुक कराने की बात कही है। वहीं पड़ताल करने पर एसोसिएशन द्वारा भेजी गई-मेल में दर्शाए गए सभी फोन नम्बर बंद मिले। जिलाधिकारी सत्येंद्र सिंह ने छात्रों और अभिभावकों से फर्जीवाड़े के प्रति सतर्क किया है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट संस्थाओं द्वारा मेडिकल काउंसिलिंग सरकार ने प्रतिबंधित कर रखा है। अभ्यर्थी व अभिभावक झांसे में न आएं। मेडिकल में दाखिले के लिए शासन द्वारा निर्धारित काउंसिलिंग में ही भाग लें।