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गिरोह ने हजारों लोगों को फोन कर बनाया ठगी का शिकार, सपा नेत्री के मकान में चल रहा था फर्जी कॉल सेंटर

फर्जी कॉल सेंटर चलाने का मामला, सरगना के दो खातों से 26 लाख का ट्राजेक्शन, कई ने की शिकायत।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Sep 2018 04:34 PM (IST)Updated: Sun, 09 Sep 2018 04:34 PM (IST)
गिरोह ने हजारों लोगों को फोन कर बनाया ठगी का शिकार, सपा नेत्री के मकान में चल रहा था फर्जी कॉल सेंटर
गिरोह ने हजारों लोगों को फोन कर बनाया ठगी का शिकार, सपा नेत्री के मकान में चल रहा था फर्जी कॉल सेंटर

लखनऊ(जागरण संवाददाता)। अलीगंज में सपा नेत्री लता बंसल के मकान में फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले गिरोह ने करीब 10 हजार से अधिक लोगों को फोन किया था। साइबर सेल बरामद मोबाइल नंबरों की सीडीआर निकलवा रही है। अब तक की जांच में कई हजार लोगों से करोड़ों की ठगी उजागर हुई है। साइबर सेल के नोडल अधिकारी व सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के मुताबिक, मुख्य आरोपित अमित सिंह की तलाश में टीमें दबिश दे रही हैं, जिसके पकड़े जाने के बाद कई अन्य तथ्य भी सामने आएंगे।

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ये है पूरा मामला:

सीओ हजरतगंज ने बताया कि मुख्य आरोपित अमित के आइसीआइसीआइ बैंक खाते से महज दो माह में कुल 26 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन पाया गया है। पुलिस टीम बरामद दस्तावेजों की पड़ताल में कर रही है। अब तक फर्जी आधार पर खोले गए करीब 15 बैंक खाते खोले जाने की बात सामने आई है। हालांकि यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है। सभी खातों को सीज करने के लिए पुलिस ने संबंधित बैंकों को पत्र भेजा है। शनिवार को बैंक बंद होने के कारण इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी। सोमवार को बैंक खुलने के बाद पुलिस आरोपित के सभी बैंक खाते खंगालेगी। मकान मालकिन से भी होगी पूछताछ:

पुलिस का कहना है कि करीब चार साल से आरोपित सपा नेता लता बंसल का मकान किराए पर लेकर फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। मकान में हर रोज 10 से 12 की संख्या में लड़के लड़कियों का आवागमन होता था। बावजूद इसके मकान मालकिन ने इस बारे में आरोपितों से कोई जानकारी क्यों नहीं ली। पुलिस पूरे प्रकरण के बारे में मकान मालकिन से भी पूछताछ की तैयारी में है। फर्जी आधार कार्ड कैसे बने होगी जांच:

पुलिस का कहना है कि अमित ने खुद से सारे आधार कार्ड बनाए थे या फिर किसी एजेंसी से उसकी सांठगांठ थी, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है। माना जा रहा है कि फर्जीवाड़े में आधार कार्ड बनाने वाली किसी एजेंसी की भूमिका भी है।

यह था मामला :

गौरतलब है कि साइबर क्राइम सेल ने शुक्रवार को फर्जी कॉल सेंटर के जरिए लोगों को लोन व बीमा का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का राजफाश किया था। इस गिरोह में इलाहाबाद विश्वविद्यालय का छात्र नेता सुलतानपुर निवासी अर्पित व उसका चचेरा भाई अतुल, आजमगढ़ निवासी गौरव सिंह तथा दिल्ली निवासी सूरज सोनी शामिल थे। मुख्य आरोपित अमित फरार है।


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