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लखनऊ में पूर्व सैनिकों के आश्रितों को एनडीए में एसएसबी की सफलता के गुर सिखाएंगे विशेषज्ञ, निश्शुल्क उपलब्‍ध कराई जाएगी कोचिंग

सेना में अफसर बनने की तैयारी कर रहे पूर्व सैनिकों के आश्रितों को सर्विस सलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) में सफलता के लिए उनको विशेषज्ञों का पैनल गुर सिखाएगा। जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास कार्यालय सेवारत जवानों और पूर्व सैनिकों के आश्रितों को एसएसबी में सफलता के लिए सहयोग करेगा।

By Rafiya NazEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 06:59 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 06:59 PM (IST)
लखनऊ में पूर्व सैनिकों के आश्रितों को एनडीए में एसएसबी की सफलता के गुर सिखाएंगे विशेषज्ञ, निश्शुल्क उपलब्‍ध कराई जाएगी कोचिंग
लखनऊ में पूर्व सैनिकों के आश्रितों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करेगा जिला सैनिक कल्याण परिषद।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। सेना में अफसर बनने की तैयारी कर रहे पूर्व सैनिकों के आश्रितों को सर्विस सलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) में सफलता के लिए उनको विशेषज्ञों का पैनल गुर सिखाएगा। जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास कार्यालय सेवारत जवानों और पूर्व सैनिकों के आश्रितों को एसएसबी में सफलता के लिए सहयोग करेगा। इसके लिए इन आश्रितों के लिए निश्शुल्क कोचिंग उपलब्ध करायी जाएगी। जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास अधिकारी कार्यालय ने आश्रितों से आवेदन मांगे हैं।

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एनडीए की लिखित परीक्षा में सफल हाेने वाले अभ्यर्थियों का एसएसबी सेना के विशेषज्ञ अफसरों का एक पैनल आयोजित करता है। एसएसबी में अभ्यर्थी के साक्षात्कार के कई चरण होते हैं। जिनमें उनके मानसिक विकास से लेकर कई बिन्दुओं को परखा जाता है। एसएसबी की तैयारी पूरी न होने के कारण अभ्यर्थी असफल होकर बाहर जो जाते हैं। इन युवाओं को एसएसबी में असफलता का सामना न करना पड़े, इसके लिए जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास अधिकारी कर्नल (अवकाशप्राप्त) ज्ञान प्रकाश शर्मा ने विशेषज्ञों से संपर्क किया। उनका पैनल युवाओं की एसएसबी की तैयारी में मदद करेगा। इसके लिए जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास अधिकारी कार्यालय में पात्र आवेदकों का चयन किया जाएगा। निश्शुल्क एसएसबी के लिए आवेदकों को जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास अधिकारी कार्यालय के नंबर 0522-2622367 और 7839553254 से संपर्क करना होगा। इसके अलावा कार्यालय को zsalu-up@nic.in पर ई-मेल भी भेज सकते हैं। प्राप्त आवेदन के आधार पर चयनितों की सूची तैयार की जाएगी।

पूर्व सैनिकों को भी ट्रेनिंगएसएसबी के अलावा पूर्व सैनिकों और दिवंगत पूर्व सैनिकों की पत्नियों को स्वावलंबी बनाने के लिए आइटी में डिप्लोमा भी दिलाने के लिए यह कार्यालय सहयोग देगा। इसके लिए संबद्ध संस्थानों में दाखिला भी कार्यालय दिलवाएगा। लखनऊ में पंजीकृत पूर्व सैनिकों की संख्या 30 हजार है। जबकि करीब 20 हजार पूर्व सैनिक गैर जिलों के भी यहां रहते हैं। आर्मी पब्लिक स्कूल में बच्चाें की पढ़ाई, कमांड अस्पताल की सुविधा के चलते लखनऊ में पूर्व सैनिकों की संख्या बढ़ रही है।


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