परीक्षा में कैसे हों सफल, एक्सपर्ट ने दिए कई टिप्स
सभी विषयों की तैयारी जरूरी है। टाइम टेबल बनाकर अलग-अलग विषयों की पढ़ाई करें। इससे ऊब नहीं होगी।
लखनऊ, जेएनएन। बच्चों की परीक्षा करीब है। तैयारियों को लेकर उनके मन में जहां तमाम सवाल हैं वहीं अभिभावक भी दबाव में रहते हैं। माहौल तनावपूर्ण हो जाता है। परीक्षा की तैयारियां कैसे करें जो तनाव न हो, इससे संबंधित पाठकों के सवालों के जवाब देने के लिए बुधवार को प्रश्न पहर में मनोवैज्ञानिक डॉ. प्रदीप कुमार खत्री जागरण कार्यालय में मौजूद थे। सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
एग्जाम को लेकर टोका-टाकी न करें
अक्सर देखा गया है कि एग्जाम को लेकर घर का माहौल बोझिल हो जाता है। दिनभर की टोका-टाकी बच्चों को चिड़चिड़ा बना देती है। कई घरों में कफ्र्यू जैसी स्थिति बना दी जाती है। बच्चों को कमरे में रहकर केवल पढ़ाई करने की नसीहत दी जाती है। वहीं माता-पिता व घर के अन्य लोग टीवी देखने, घूमने-फिरने में व्यस्त रहते हैं। इससे बच्चों का मन उचाट होने लगता है। अभिभावकों को चाहिए कि जब बच्चे पढ़ रहे हों तो आसपास ही रहें। अन्य लोग भी टीवी न देखें। माहौल को हल्का-फुल्का रखें। बच्चे को खेलने से न रोकें । कुछ देर खेलना व व्यायाम जरूरी है। इससे तनाव कम होता है और एकाग्रता बढ़ती है।
टाइम टेबल बनाकर करें तैयारी
टाइम टेबल बनाकर तैयारी करना अच्छा रहता है। सभी विषयों को हर रोज कुछ समय देना चाहिए। जो विषय कठिन लगता हो उसे अधिक समय दें। देखा गया है कि कुछ बच्चे रात में देर तक पढऩा चाहते हैं जबकि कुछ को सुबह तड़के उठना पसंद है। यह बच्चे पर छोडऩा चाहिए कि वह किस समय पढऩा चाहता है। आप बस उसे सहयोग करें। ध्यान रहे हर दिन छह घंटे की नींद जरूरी है।
सवाल: परीक्षा के आते ही टेंशन बढ़ जाती है। आंकड़े कैसे याद करें? राजीव मिश्रा, सीतापुर
जवाब: साइंस विषयों को समझने की जरूरत होती है। केमिस्ट्री व गणित के फार्मूलों को समझ कर याद करें। लिखकर बार-बार प्रेक्टिस करें।
सवाल:परीक्षा में समय का प्रबंधन कैसे करें? सुरेश वर्मा, हरदोई
जवाब: परीक्षा देते समय जरूरी है कि हर प्रश्न के लिए समय पहले से बांट लें। यदि कोई प्रश्न समझ में नहीं आ रहा हो या समय ज्यादा लग रहा हो तो उसे छोड़कर दूसरे प्रश्न करें, उसे बाद में समय मिलने पर करें। एक ही प्रश्न पर अटके रहना ठीक नहीं।
सवाल: टीचर्स व अभिभावक अपनी इच्छा बच्चों पर थोपते हैं, कहां तक उचित है? ख्वाइश चावला, जानकीपुरम
जवाब: टीचर्स के साथ-साथ अभिभावकों को बच्चे की क्षमता व रुचि का ध्यान रखना चाहिए। बच्चों को भी अभिभावकों को अपनी रुचि के बारे में बताना चाहिए। अक्सर माता-पिता अनुभवी होने के नाते बच्चों को सही सलाह देते हैं। इसलिए उनकी बात को पूरी तरह से नकारना नहीं चाहिए।
सवाल: मैं टीचर हूं। क्लास में कई बच्चे गणित में कमजोर हैं। उन्हें कैसे पढ़ाना चाहिए? रामदयाल, पलिया
जवाब: बच्चों को अक्सर गणित से डर लगता है। उन्हें पहाड़े अच्छी तरह से याद कराएं। साथ ही फार्मूले भी हर रोज दोहरवाएं। इसके अलावा कक्षा में सवाल हल कराने के बाद वैसे ही कई सवाल होमवर्क के लिए भी दें। अभ्यास करने से बच्चों की तैयारी मजबूत होगी और मन से डर निकल जाएगा।
सवाल: परीक्षा ठीक नहीं होती तो जबर्दस्त तनाव हो जाता है। क्या करें? प्रशांत दुबे, फैजाबाद
जवाब: पहले तो यह आकलन करें कि परीक्षा ठीक न होने की वजह कहीं तैयारी में कमी तो नहीं। तैयारी अच्छी तरह से होगी तो परीक्षा खराब होने की संभावना ही नहीं रहेगी। खासतौर पर प्रतियोगी परीक्षा में कॉम्पटीशन जबर्दस्त होता है। इसलिए तैयारी पर विशेष ध्यान दें। परीक्षा में जिस विषय में कमजोर रह गए हों उस पर अधिक ध्यान दें। परेशान होने की जरूरत नहीं।
सवाल: बेटे ने इंटर किया है, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। मुझे क्या करना चाहिए? धीरेंद्र शुक्ला, फैजाबाद
जवाब: बच्चे को प्रेरित करें। उसके साथ समय व्यतीत करें और उसकी तैयारी पर चर्चा करें। जिस विषय में कठिनाई महसूस करता हो, उसके लिए समय ज्यादा देने की सलाह दें।
सवाल: अंग्रेजी की तैयारी करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? संजीव श्रीवास्तव, सुलतानपुर
जवाब: अंग्रेजी व हिंदी में लिखने का अभ्यास जरूरी है। लेखन क्षमता बेहतर करने के लिए समाचार पत्र व मैगजीन पढ़ें। ऐसे शब्द जिनका अर्थ नहीं पता उनका अर्थ शब्दकोष में देखें और डायरी में लिखकर दोहराते रहें। इससे शब्दों की जानकारी बढ़ेगी और लेखन क्षमता भी सुधरेगी।
सवाल: बच्चा बीमार था, स्कूल नहीं जा सका। परीक्षा की तैयारी कैसे कराएं? मो.नौशाद, बलरामपुर
जवाब: टीचर से मिल कर नोट्स ले लेंं। महत्वपूर्ण पाठ याद करा दें। घंटों का हिसाब न करें लगातार बच्चा नहीं पढ़ सकता है।
सवाल: बच्चा दसवीं में है। उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता। किक्रेट खेलता रहता है, क्या करें? ललित मोहन, खुर्रमनगर
जवाब: बच्चे की क्रिकेट में रुचि है तो उस पर दबाव न डालें। उसे ओपेन स्कूल से पढ़ाई कराएं। हो सकता है कि उसका भविष्य क्रिकेट में ही हो।
सवाल: फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स से स्नातक किया है। कन्फ्यूज हूं कि आगे क्या करूं? नवीन, चिनहट
जवाब: यह आपको तय करना है कि आप आगे क्या करना चाहते हैं। यह तय करने के बाद ही तैयारी शुरू करें। बैंकिंग, मैनेजमेंट, कम्प्यूटर साइंस आदि में संभावनाएं हैं। आप टीचिंग भी कर सकते हैं।
सवाल: बेटी 10वीं में है। परीक्षा से डरती है। अंतिम समय तक पढ़ती रहती है, क्या करें? सुनीता पटेल, रायबरेली
जवाब: आत्मविश्वास की कमी लगती है। तैयारी में सहयोग करें परंतु दबाव न डालें। साथ बैठकर पढ़ाई में सहयोग करें। नियमित पढ़ाई से भय खत्म हो जाएगा।
सवाल: आइटीआइ का कोर्स कर रहा हूं। 21 जनवरी से एग्जाम हैं, तैयारी कैसे करें? अनुरुद्ध कुमार, लखीमपुर खीरी
जवाब: प्रैक्टिकल पर विशेष ध्यान दें। प्रोग्रामिंग का अभ्यास करें। कम्प्यूटर ऑपरेटर का कोर्स कर रहे हैं इसलिए नियमित अभ्यास जरूरी है।