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बोर्ड का बिगुल : बायोटेक्नोलॉजी में वैज्ञानिक तथ्यों पर करें फोकस

शिक्षक सुशील कुमार द्विवेदी ने सीबीएसई विद्यार्थियों के बायोटेक्नोलॉजी विषय से संबंधित समस्याओं का समाधान किया और अच्छे अंक हासिल करने के टिप्स दिए।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 07:28 PM (IST)Updated: Wed, 09 Jan 2019 08:55 AM (IST)
बोर्ड का बिगुल : बायोटेक्नोलॉजी में वैज्ञानिक तथ्यों पर करें फोकस
बोर्ड का बिगुल : बायोटेक्नोलॉजी में वैज्ञानिक तथ्यों पर करें फोकस

लखनऊ, जेएनएन। बायोटेक्नोलॉजी नया विज्ञान है। यह एक उन्नत और आधुनिक विज्ञान है। विद्यार्थियों को जीव विज्ञान के अलावा कंप्यूटर साइंस, थोड़ा फिजिक्स, थोड़ा केमिस्ट्री और थोड़ी गणित की भी तैयारी करनी है। बायोटेक्नोलॉजी के अंतर्गत जीवधारियों और उनसे प्राप्त पदार्थों का उपयोग कर उत्पादों का निर्माण या सुधार का अध्ययन करना है। दैनिक जागरण कार्यालय, लखनऊ में मंगलवार को केंद्रीय विद्यालय में बायोटेक्नोलॉजी के शिक्षक सुशील कुमार द्विवेदी मौजूद रहे।

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सवाल : प्रोटीन स्ट्रक्चर और इंजीनियरिंग में समस्या आती है।

उत्तर : प्रोटीन स्ट्रक्चर और इंजीनियङ्क्षरग अध्याय को अच्छे से समझकर मुख्य बिंदुओं को लिख लें। साथ ही विषय से संबंधित डायग्राम का कम से दो बार अभ्यास करें।

सवाल : री कॉम्बिनेंट टेक्नोलॉजी में कौन-कौन से मुख्य टॉपिक तैयार कर लें।

उत्तर : टूल्स ऑफ री कॉम्बिनेंट टेक्नोलॉजी, पॉलीमिरेज चेन रिएक्शन (पीसीआर), विभिन्न डीएनए प्रोब्स, साइट डायरेक्टेड मेटाजेनेसेज और हाईब्रिडाइजेशन टेक्नोनॉजी जरूर पढ़ें।

सवाल : बायोटेक्नोलॉजी बहुत कठिन लगती है।

उत्तर : चूंकि बायोटेक्नोलॉजी एक नया विज्ञान है। इसके अंतर्गत नई वैज्ञानिक शब्दावलियों की भरमार है। इसलिए सबसे पहले वैज्ञानिक शब्दावलियों को अच्छे से पढ़ें। विषय से जुड़ी सभी चीजें आसान लगने लगेंगी।

सवाल : परीक्षा में कौन-कौन से डायग्राम महत्वपूर्ण हैं।

उत्तर : विभिन्न प्रकार के वेक्टर्स जैसे क्लोनिंग वेक्टर्स, एक्सप्रेशन वेक्टर, अलग अलग बायोटेक्नोलॉजिकल प्रॉसेस के फ्लो डायग्राम जरूर तैयार करें। थ्री डी शेप्स ऑफ प्रोटीन, प्रोटीन फिंगर प्रिंटिंग के फ्लो डायग्राम भी तैयार करें।

सवाल : जिनोमिक्स एवं बायो इनफॉरमेटिक्स अध्याय से किस तरह के सवाल आ सकते हैं।

उत्तर : विभिन्न प्रकार के डाटाबेसेज, जिनोम सीक्वेंसिंग प्रोजेक्ट्स, सिंगल न्यूक्लियो टाइड पॉलीमरफिज्म (एसएनपी), एनालिसिस ऑफ न्यूक्लियो टाइड एंड प्रोटीन सीक्वेंसेज यूजिंग बायो इन्फॉरमेटिक्स टूल्स को जरूर पढ़ें।

सवाल : अच्छे अंक लाने के लिए क्या स्ट्रेटजी अपनाई जाए।

उत्तर : पिछले वर्षों के सैंपल पेपर को कम से कम तीन बार अवश्य सॉल्व करें। एससीईआरटी सीबीएसई की बायोटेक्नोलॉजी की किताब से तैयारी करें क्योंकि परीक्षा संबंधी सवाल एनसीईआरटी से ही लिए जाते हैं। विषय सामग्री को समझकर अपने शब्दों में लिखने की आदत डालें।

सवाल : सेल कल्चर्ड टेकनिक्स के अंतर्गत किन-किन बिंदुओं को तैयार करें।

उत्तर : एप्लीकेशन ऑफ प्लांट सेल एंड एनीमल सेल टिश्यू कल्चर, जेन ट्रांसफर मेथड्स इन प्लांट एंड एनीमल्स, सेल लाइंस, ट्रांसजेनिक प्लांट्स एंड बायोएथिक्स इन प्लांट एंड जेनेटिक्स इंजीनियङ्क्षरग, विभिन्न प्रकार की माइक्रोबियल कल्चर टेकनिक्स का भी अच्छे से अध्ययन करें।

सवाल : री कॉम्बिनेंट डीएनए टेक्नोलॉजी के स्टेप्स को कैसे याद करें

उत्तर : स्टेप बाई स्टेप फ्लो चार्ट तैयार करें। विषयवस्तु को बेहतर ढंग से समझकर अपने शब्दों में उत्तर लिखें। ध्यान रखें कि विषय के वैज्ञानिक तथ्यों से दूर न हों।

सवाल : क्या न्यूमेरिकल आधारित सवाल भी आ सकते हैं।

उत्तर : माइक्राबिअल सेल कल्चर टॉपिक से दो अंक के या एनिमल सेल कल्चर चैप्टर से दो अंक के सवाल आ सकते हैं।

सवाल : अंतर करें, जैसे प्रश्न भी आ सकते हैं क्या।

उत्तर : बीएसी और वाईएसी, पीएमबी 322 और पीयूसी 19, एम 13 और लैमब्डा फेज, कॉसमिड और प्लाजमिड, ट्रांसफॉरमेशन और ट्रांसफेक्शन, ब्लंट इंड और स्टिकी इंड, रिसस्ट्रिक्शन इंडोन्यूक्लिएज और रिसस्ट्रिक्शन एक्सोन्यूक्लिएज, क्लोनिंग वेक्टर और एक्सप्रेशन वेक्टर में अंतर तैयार अच्छे से तैयार कर लें।

ऐसा होगा पेपर पैटर्न

पेपर में 28 प्रश्न होंगे। इसमें चार खंड होंगे। पहले खंड में एक नंबर के छह सवाल होंगे। इसमें दो में विकल्प होंगे। सभी अति लघु उत्तरीय रहेंगे। दूसरे खंड में दो नंबर के आठ सवाल होंगे। इसमें किन्हीं तीन प्रश्नों में विकल्प दिया जाएगा। तीसरे खंड में तीन नंबर के 11 प्रश्न रहेंगे। इनमें चार प्रश्नों में विकल्प रहेगा। चौथे खंड में 5 नंबर के तीन प्रश्न आएंगे। इसके तहत दो प्रश्नों में विकल्प दिया रहेगा।

गुरुमंत्र

परीक्षा से पहले नियमित रूप से रिवीजन जरूर करें। बीते दस वर्षों के मॉडल पेपर जरूर हल करें। चीजों को तथ्यात्मक रूप से लिखें। नए वैज्ञानिक शब्दों को लिखकर तैयार करें। परीक्षा के दौरान विषय से संबंधित डायग्राम को काले और नीले पेन से बनाएं और अच्छे ढंग से लेबलिंग करें। परीक्षा से पहले से ही तय कर लें कि किस सेक्शन से पेपर स्टार्ट करना है। पेपर में किसी भी सेक्शन को अधूरा न छोड़ें।

बुधवार को आइएससी के छात्र पूछें गणित के सवाल

यूपी बोर्ड, सीबीएसई के बाद अब आइएससी के विद्यार्थी अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं। बुधवार को दैनिक जागरण लखनऊ कार्यालय में आइएससी गणित के शिक्षक संजीव कुमार सक्सेना मौजूद रहेंगे। विद्यार्थी बुधवार को साढ़े तीन बजे से शाम साढ़े चार बजे तक 0522-4234152 पर फोन कर सवाल पूछ सकते हैं।


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