EOW ने एरच बांध परियोजना में घपले की जांच रिपोर्ट सौंपी, पूरी परियोजना की जांच की सिफारिश
ईओडब्ल्यू ने एरच बहुउद्देश्यीय बांध परियोजना में 16 करोड़ से अधिक के घपले की जांच पूरी की है।
लखनऊ, जेएनएन। आर्थिक अपराध जांच शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एरच बहुउद्देश्यीय बांध परियोजना में 16 करोड़ से अधिक के घपले की प्रारंभिक जांच पूरी करने के बाद पूरी परियोजना में अनियमितता की पड़ताल किया जाना जरूरी पाया है। ईओडब्ल्यू ने शासन को जांच रिपोर्ट सौंप दी है, जिसमें पूरी परियोजना में अनियमितता की जांच की सिफारिश की गई है। शासन स्तर पर ईओडब्ल्यू की जांच रिपोर्ट को लेकर गुरुवार को एक महत्वपूर्ण बैठक भी हुई।
ईओडब्ल्यू ने एरच बहुउद्देश्यीय बांध परियोजना में 16 करोड़ से अधिक के घपले की जांच पूरी की है। हालांकि खोदाई में निकले पत्थर की कीमत तय करने के लिए गठित सिंचाई विभाग के अधिकारियों की छह सदस्यीय समिति ने अब तक जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी है। यही वजह है कि अभियंताओं पर अभी कार्रवाई नहीं हो सकेगी। सूत्रों का कहना है कि ईओडब्ल्यू की जांच में सामने आया है कि यदि सिंचाई विभाग झांसी के मुख्य अभियंता की अध्यक्षता में गठित छह सदस्यीय समिति की जांच में खोदाई में निकले पत्थर की कीमत 100 रुपये प्रति घन मीटर से ज्यादा आंकी जाती है तो ठेकेदार से अनुबंध करने वाले झांसी मंडल के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता सिंचाई निर्माण एसएम शर्मा और अनुबंध का अनुमोदन करने वाले तत्कालीन मुख्य अभियंता बीके गुप्ता दोषी होंगे।
साथ ही बुंदेलखंड के सभी निर्माणाधीन बांधों का अनुबंध करने वाले व अनुबंधों का अनुमोदन करने वाले उन सभी अभियंताओं की भूमिका भी संदेह के घेरे मेें होगी, जिन्होंने खोदाई के पत्थरों को निर्धारित मूल्य से कम पर ठेकेदारों को उपलब्ध कराया होगा। उल्लेखनीय है कि शासन ने 22 जनवरी को ईओडब्ल्यू को एरच बहुउद्देश्यीय बांध परियोजना में 16 करोड़ रुपये से अधिक की अनियमितता की जांच सौंपी थी। पूरी परियोजना की जांच में छह माह का अनुमानित समय लगने की बात भी कही गई थी।