छात्रवृत्ति घोटाले में एक और मुकदमा दर्ज, EOW ने उन्नाव के 21 विद्यालयों में पकड़ा गोलमाल
EOW ने जांच में गड़बड़ी सामने आने पर छात्रवृत्ति घोटाले में एक और मुकदमा दर्ज किया है। इससे पूर्व वह उन्नाव में हुए छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में 13 मुकदमे दर्ज कर चुकी है।
लखनऊ, जेएनएन। उन्नाव के मियागंज ब्लॉक स्थित 21 और विद्यालयों में लाखों का छात्रवृत्ति घोटाला पकड़ा गया है। आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) ने जांच में गड़बड़ी सामने आने पर छात्रवृत्ति घोटाले में एक और मुकदमा दर्ज किया है। इससे पूर्व ईओडब्ल्यू उन्नाव में हुए छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में 13 मुकदमे दर्ज कर चुकी है। पूर्ववर्ती सरकारों में अलग-अलग अवधि में विभिन्न जिलों में हुए करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले की जांच शासन ने ईओडब्ल्यू को सौंपी थी। उन्नाव में छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में वर्ष 2001 से वर्ष 2010 के मध्य की जांच की जा रही है। ईओडब्ल्यू की जांच के दायरे में उन्नाव के 13 ब्लॉकों के 1700 विद्यालय थे।
डीजी ईओडब्ल्यू डॉ.आरपी सिंह ने बताया कि उन्नाव में हुई जांच में अब तक 13 मुकदमे दर्ज किये गये हैं। उन्नाव के मियागंज ब्लॉक के 125 विद्यालयों में से 21 विद्यालयों में गड़बड़ी पाई गई है, जिस पर छात्रवृत्ति घोटाले का एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। 21 विद्यालयों की शुरुआती जांच में 2,92740 रुपयों का घोटाला सामने आया है। शेष विद्यालयों में भी जांच कराई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि गरीब छात्रों का हक मारकर अफसरों ने अपनी झोलियां भरी थीं। कागजी खानापूर्ति कर अल्पसंख्यक छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति की करोड़ों रुपये की रकम हड़प ली गई थी। ईओडब्ल्यू छात्रवृत्ति घोटाले में इटावा, मेरठ, कानपुर नगर व अन्य जिलों में भी छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही है। अब तक की जांच में तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, बीएसए, समाज कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के अलावा स्कूल संचालकों व प्रधानाचार्यों की भूमिका दागी पाई गई हैं।