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बिजली विभाग का कारनामा, उपभोक्ता के घर से चोरी हुआ मीटर उपकेंद्र में मिला

लखनऊ में बिजली विभाग का कारनामा उपभोक्ता के घर से चोरी हुआ मीटर उपकेंद्र से ही मिल गया। वहीं कुछ दिन बाद काबिल अभियंताओं ने अपनी साख बचाने के लिए महानगर थाने में क्रास एफआइआर 30 सितंबर को दर्ज कराई कि उपभोक्ता ने स्वयं मीटर गायब किया था।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 07:05 AM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 11:44 AM (IST)
बिजली विभाग का कारनामा, उपभोक्ता के घर से चोरी हुआ मीटर उपकेंद्र में मिला
लखनऊ के विश्विद्यालय बिजलीघर से बरामद हुआ मीटर।

लखनऊ, [अंशू दीक्षित]।  बिजली विभाग एक तरफ उपभोक्ताओं की समस्याओं को दूर करने के लिए मेगा शिविर लगा रहा है और दूसरे तरफ उपभोक्ता को परेशान करने से बाज भी नहीं आ रहा है। निशातगंज की गली नंबर तीन निवासी शिव प्रताप सिंह अगस्त 2020 से बेहद परेशान है। कारण उनके बिल में गड़बड़ी। जुलाई तक पूरा बिल जमा होने के बाद अगस्त में आइडिफाइड डिफेक्टिटव (आइडीएफ) बिल बनाकर भेज दिया गया, वह भी 1.33 लाख रुपये का।

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पीडि़त उपभोक्ता ने महानगर थाने में मीटर चोरी का मामला दर्ज कराया, पुलिस ने छानबीन करके मीटर बिजली विभाग के कार्यालय से ही बरामद कर लिया। वहीं कुछ दिन बाद काबिल अभियंताओं ने अपनी साख बचाने के लिए महानगर थाने में क्रास एफआइआर 30 सितंबर को दर्ज कराई कि उपभोक्ता ने स्वयं मीटर गायब किया था। 

निशातगंज गली 512/392 निवासी शिव प्रताप सिंह के पिता चौधरी एसएन सिंह ने नाम बिजली कनेक्शन है।उपभोक्ता का आरोप है कि बिल ज्यादा होने की शिकायत लेकर अधिशासी अभियंता के कार्यालय भी गया था, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। इस दौरान उपभोक्ता की बिजली भी 23 सितंबर 2020 की दोपहर काट दी गई और कुछ देर बाद दो युवक घर के बाहर लगे मीटर को उखाड़ लेते हैं। उपभोक्ता के मुताबिक जब एतराज जताया जाता है तो कर्मी कहते हैं कि अधिशासी अभियंता ने चेकिंग करने के लिए मीटर मंगवाया है और कुछ देर में नया मीटर लगाया जाएगा। उपभोक्ता ने बिजली आपूर्ति बाधित होने का जब रोना राेया तो दोनों युवकों ने बिजली सप्लाई सीधे केबल से जोड़ दी। उपभोक्ता ने जब विश्वविद्यालय उपकेंद्र फोन करके पूछा तो किसी को मीटर उखाड़ने की बात से इंकार कर दिया गया। इसके दूसरे दिन टीम ने पहुंचकर सीधे कनेक्शन जुड़ा होने का वीडियाे बना लिया। कुल मिलाकर इधर भी उपभोक्ता फंस गया, बिजली चोरी में।

अधिशासी अभियंयता, विश्वविद्यालय सौरभ भारद्धाज ने बताया कि उपभोक्ता द्वारा मीटर रीडिंग नहीं कराई जाती थी। मीटर गायब कर दिया गया। पुलिस जो बता रही है कि मीटर बिजली विभाग के कार्यालय से मिला है वह गलत है, साजिशन यह सब किया गया है।

इंस्पेक्टर महानगर यश कांत सिंह ने बताया कि उपभोक्ता एसपी सिंह द्वारा मीटर चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी, मीटर को विश्वविद्यालय बिजली घर से बरामद किया गया है। अभी मामले की विवेचना जारी है।


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