बीआरडी हास्पिटल में हर सप्ताह आठ से नौ हजार लीटर ऑक्सीजन आपूर्ति
लखनऊ स्थित पुष्पा सेल्स कंपनी में हड़कंप मचा है। कर्मचारी ऑक्सीजन सप्लाई दस्तावेज खंगालने में जुटे थे। यहां से आठ-नौ हजार लीटर गैस आपूर्ति होती थी।
लखनऊ (जेएनएन)। आलमबाग स्थित पुष्पा सेल्स प्रा.लि. कंपनी में आज शाम से ही हड़कंप मचा है। कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी लिक्विड ऑक्सीजन गैस सप्लाई व बकाया भुगतान से जुड़े दस्तावेज खंगालने में जुटे थे। शनिवार सुबह भी कंपनी के कार्यालय में इसकी हलचल थी। इस बीच वहां मीडियाकर्मियों का तांता लगा रहा। कंपनी की ऑफिस हेड व एचआर मीनू वालिया के मुताबिक, गोरखपुर स्थित बीआरडी मेडिकल कॉलेज से लाखों रुपये का भुगतान न होने पर 30 जुलाई को उन्हें लीगल नोटिस जारी कराया था।
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कंपनी की ओर से भेजे गए नोटिस में कॉलेज प्रशासन को 15 दिन के भीतर बकाया भुगतान कराए जाने की बात कही गई थी लेकिन, कॉलेज प्रशासन ने उसका कोई जवाब नहीं दिया था। जबकि कंपनी की ओर से चार अगस्त को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में करीब नौ हजार लीटर लिक्विड ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति कराई गई थी। यह आपूर्ति गैस सप्लाई करने वाली कंपनी को पूर्व में दिए गए आर्डर के अनुरूप हुई थी। पुष्पा सेल्स प्रा.लि.कंपनी के कर्मचारी नियमित रूप से सुबह, दोपहर व शाम को मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों से उनके स्टॉक में शेष बची ऑक्सीजन की मात्रा को नोट करते थे। गुरुवार शाम मेडिकल कॉलेज के टैंक में करीब 900 लीटर गैस शेष थी। वहीं, कंपनी के कर्मचारी यह दावा भी कर रहे हैं कि ऑक्सीजन की सप्लाई बंद नहीं की गई।
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देहरादून से गैस सप्लाई
कंपनी के कर्मचारी पवन गुप्ता ने बताया कि भिवाड़ी, राजस्थान स्थित ऑनाक्स एयर प्रोडक्ट कंपनी से लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई बीआरडी मेडिकल कॉलेज को कराई जाती थी। उनकी कंपनी करीब तीन साल से केवल बीआरडी मेडिकल कॉलेज को ही लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई करवा रही थी। लिक्विड ऑक्सीजन देहरादून से सप्लाई होती थी। एक कर्मचारी के मुताबिक बीआरडी मेडिकल कॉलेज में करीब 12 हजार लीटर का टैंक है। कंपनी सात से दस दिन में बीआरडी मेडिकल कॉलेज को आठ से नौ हजार लीटर लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई करती है। एक बार में सप्लाई कराई जाने वाली ऑक्सीजन की कीमत करीब ढाई लाख रुपये होती थी। बीआरडी मेडिकल कॉलेज को दो अन्य फर्म भी ऑक्सीजन की सप्लाई करती हैं।