पूर्व एमएलसी इकबाल के ठिकानों पर ईडी का छापा, सहारनुर समेत पांच स्थानों पर की छानबीन
मु.इकबाल व उनके परिवार के सदस्यों ने 110 से अधिक सेल कंपनियां खोल रखी थीं जिनके जरिए अवैध खनन की काली कमाई को ठिकाने लगाया गया। इनमें अधिकांश कंपनियां के जरिए कोई व्यवसायकि गतिविधि किए जाने के प्रमाण नहीं मिले हैं।
लखनऊ, जेएनएन। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अवैध खनन से जुटाई गई काली कमाई के मामले में बुधवार को बसपा के पूर्व एमएलसी मु.इकबाल के सहारनपुर से लेकर दिल्ली तक पांच ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी ने कई अहम दस्तावेज, कंप्यूटर व अन्य उपकरण भी कब्जे में लिए हैं। ईडी जल्द मु.इकबाल की काली कमाई से जुटाई गई संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर सकती है। ईडी को मु.इकबाल की एएमबी बिल्डप्रॉव प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बारे में अहम जानकारियां मिली हैं। मु.इकबाल व उनके परिवार के सदस्यों ने 110 से अधिक सेल कंपनियां खोल रखी थीं, जिनके जरिए अवैध खनन की काली कमाई को ठिकाने लगाया गया। इनमें अधिकांश कंपनियां के जरिए कोई व्यवसायकि गतिविधि किए जाने के प्रमाण नहीं मिले हैं।
ईडी ने सेल कंपनियों के कई निदेशकों, चार्टर अकाउंटेंट व उनसे जुड़े अन्य लोगों के बारे में अहम जानकारियां भी जुटाई हैं। सभी से ईडी जल्द पूछताछ भी करेगी। कई बैंक खातों व संपत्तियों के बारे में भी छानबीन की जा रही है। ध्यान रहे, सीरियस फ्राड इंवेस्टीगेशन आर्गनाइजेशन (एसएफआइओ) व सीबीआइ भी मु.इकबाल के विरुद्ध जांच कर रही हैं। ईडी ने पूर्व में मु.इकबाल व उनके परिवार के अन्य सदस्यों के विरुद्ध मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर अपनी पड़ताल शुरू की थी। बसपा शासनकाल में हुए चीनी मिल घोटाले में भी मु.इकबाल का नाम सामने आया था। सूत्रों का कहना है कि पूर्व एमएलसी की करीब 2500 करोड़ की संपत्तियां सामने आई हैं। बसपा शासनकाल में पूर्व एमएलसी काफी ताकतवर थे। एनआरएचएम घोटाले में आरोपित पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के साथ भी पूर्व एमएलसी का नाम सामने आया था।
पूर्व मंत्री के करीबी ने लगाई जान की गुहार
ईडी अवैध खनन के मामले में सपा सरकार के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के विरुद्ध भी जांच कर रही है। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मंत्री के बेहद करीबी व उनके प्रबंधक रहे ब्रज भवन चौबे ने जांच एजेंसी से अपनी जान को खतरा जताया है। बृज मोहन चौबे ने बीते दिनों ईडी को अवैध खनन की काली कमाई से जुड़े कई साक्ष्य उपलब्ध कराए थे। ईडी ने पुलिस अधिकारियों से उनकी सुरक्षा को लेकर संपर्क किया है।