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मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार आरोपित निकला कोरोना पॉजिटिव, जज व ईडी की टीम क्वारंटाइन

आरोपित आम्रपाली ग्रुप ऑफ कंपनीज के विरुद्ध दर्ज मामले में ऑडिटर अनिल कुमार मित्तल से पूछताछ करने वाली टीम और जज को क्वारंटाइन किया गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 17 Jun 2020 12:03 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jun 2020 12:10 PM (IST)
मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार आरोपित निकला कोरोना पॉजिटिव, जज व ईडी की टीम क्वारंटाइन
मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार आरोपित निकला कोरोना पॉजिटिव, जज व ईडी की टीम क्वारंटाइन

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना काल में जांच एजेंसियों के लिए अब आरोपितों को पकड़ना भी किसी मुसीबत से कम नहीं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक आरोपित को गिरफ्तार किया था, जो कोरोना पॉजिटिव निकला है। आरोपित आम्रपाली ग्रुप ऑफ कंपनीज के विरुद्ध दर्ज मामले में ऑडिटर अनिल कुमार मित्तल से पूछताछ करने वाली टीम को क्वारंटाइन किया गया है। साथ ही ईडी के लखनऊ स्थित जोनल कार्यालय में सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। इसके साथ ही आरोपित को पेश किये गए कोर्ट के जज को भी क्वारंटाइन किया गया है। 

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ईडी ने एक दिन पूर्व आम्रपाली ग्रुप ऑफ कंपनीज के विरुद्ध दर्ज मामले में ऑडिटर अनिल कुमार मित्तल को गिरफ्तार किया था। ईडी ने आरोपित को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर पुलिस कस्टडी रिमांड की मांग की थी। कोर्ट ने सात दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर कर दी, जिसके बाद आरोपित का मेडिकल परीक्षण कराया गया, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव निकला। इसकी जानकारी होने के बाद ईडी अधिकारियों के होश उड़ गए। आरोपित को केजीएमयू में भर्ती कराया गया है। उस पर फर्जी ऑडिट कर बैलेंस शीट बनाने का आरोप है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आरोपित से पूछताछ करने वाले ईडी अधिकारी सेल्फ क्वारंटाइन हो गए हैं।

बता दें कि आम्रपाली ग्रुप ऑफ कंपनीज के विरुद्ध दर्ज मामले में ऑडिटर अनिल कुमार मित्तल पर वर्ष 2008 से लेकर 2015 के बीच फर्जी ऑडिट कर आम्रपाली ग्रुप की बैलेंस शीट बनाने का आरोप है। इसी बैलेंस शीट के आधार पर आम्रपाली ग्रुप को बैंकों से बड़े कर्ज मिले थे। इसी मामले में ईडी ने मंगलवार को अनिल मित्तल को पूछताछ गिरफ्तार कर लिया।

सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश पर की जा रही जांच : आम्रपाली ग्रुप के निदेशकों पर निवेशकों के करीब साढे़ छह हजार करोड़ रुपये के गबन का आरोप है। इस अपराध में नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की भी मिलीभगत का मामला उजागर हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर ही इस मामले की जांच में जुटा हुआ है। आम्रपाली ग्रुप में नोएडा में लगभग 18 मामले दर्ज हैं। पिछले साल जुलाई महीने में कंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉरन्ड्रिंग एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया था।


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