UP Earthquake: लखनऊ-कानपुर सहित कई शहरों में रात में हिली धरती, भूकंप के डर से घरों से निकले लोग, फैली दहशत
यूपी के कई शहरों में मंगलवार रात को भूकंप के झटके महसूस किए गए। घरों में बैठे लोगों को एकाएक अलमीरा हिलती दिखी और खिड़कियों के पल्ले आपस में लड़े तो डर कर घर के बाहर की ओर भाग आए। अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों में दहशत फैल गई।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। रात करीब 10:40 का समय था। पति अजीत सिंह और बच्चों के साथ गद्दे पर बैठे थे। खाना लेने के लिए किचन में जा रही थी। एकाएक अलमीरा हिलने लगी और खड़िकियों के पल्ले हिलने लगे। भूकंप के तेज झटके लगे। बच्चे डरने लगे। लिफ्ट की ओर भागी तो पति ने रोक लिया। फिर सीढ़ी के रास्ते छठे तल से अपार्टमेंट के बाहर खुले में हम सब लोग आ गए। यह कहना है विभूतिखंड में रोहतास प्लयूमेरिया अपमार्टमेंट के जे ब्लाक में रहने वाली आस्था सिंह का।
आस्था ने बताया कि बाहर निकली तो शोर मचाते हुए आस पड़ोस में रहने वाली विजय लक्ष्मी समेत कई परिवारों के लोग आ गए। सभी से कहा गया कि वह जीने से धीरे-धीरे उतरें कोई घबराए नहीं। आस्था ने बताया कि उनके बच्चे सर्वत्र और त्रिशु बहुत डर गए थे। इस बीच लोहिया इंस्टीट्यूट में टेक्नीशियन के पद पर काम कर रहीं उनकी सहेली ऋचा का फोन आया। ऋचा ने बताया कि वह अपने फ्लैट में सोफे पर बैठी थी। एकाएक भूकंप के झटके लगे। उसके भी आस पड़ोस में रहने वाले लोग अपार्टमेंट के बाहर आ गए।
इसी तरह गोमतीनगर, गोमतीनगर विस्तार और शहीदपथ किनारे व इंदिरानगर और अलीगंज में रहने वाले कुछ लोगों ने भी भूकंप के झटके महसूस किए। आस्था ने बताया कि करीब 25-30 सेकेंड रुक-रुक कर झटके आते रहें। हालत सामान्य होने पर करीब 23:30 बजे सब लोग अपने फ्लैट में दोबारा पहुंचे।
भूकंप के डर से घरों से निकले लोग, विज्ञानी- बोले घबराने जैसी बात नहीं
कानपुर में मंगलवार की देर शाम अफगानिस्तान में आए भूकंप का झटका उत्तर भारत में भी महसूस किया गया। शहर की ऊंची इमारतों में रहने वाले कुछ लोगों ने भूकंप की बात मानी है लेकिन शहर के ज्यादातर लोगों को इसका अहसास नहीं हुआ। आइआइटी कानपुर के विज्ञानी प्रो जावेद मलिक ने कहा कि भूकंप की तीव्रता इतनी नहीं थी कि जिससे डरा जाए। ऐसे भूकंप महीने में एक बार जरूर आते हैं।
मंगलवार की शाम जब भूकंप आया तो शहर में ज्यादातर लोग जाग रहे थे। दिल्ली-एनसीआर से लेकर आगरा और अलीगढ़ तक भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। शहर के लोगों को भूकंप की जानकारी तब हुई जब उनके करीबी रिश्तेदारों ने फोन कर हाल पूछा और अपने शहर में भूकंप की जानकारी दी। शहर के स्वरूप नगर व वीआइपी रोड स्थित ऊंची इमारतों के लोगों में भूकंप की चर्चा रही लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।
आइआइटी कानपुर के विज्ञानी प्रो जावेद मलिक ने बताया कि भूकंप का केंद्र हिन्दकुश पर्वत का क्षेत्र रहा है जो अफगानिस्तान में है। भूकंप की तीव्रता भी रिक्टर स्केल पर 6 .6 मापी गई है। यह खतरनाक भूकंप नहीं है। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि दो से तीन मैग्नीट्यूड के 100 भूकंप रोज आते हैं। भूकंप तभी खतरनाक कहा जा सकता है जब वह सात मैग्नीट्यूड से अधिक हो। अफगानिस्तान में भी जिस स्केल का भूकंप आया है इस तरह का भूकंप हर महीने किसी न किसी इलाके में आता है। भूकंप के बारे में अब हमें जानकारी तुरंत मिल जाती है इसलिए लोग घबरा कर व्यवहार कर रहे हैं।