बाराबंकी में नशे में धुत सिपाही का हंगामा, बोला-मेरा ट्रांसफर करा दो...पांच हजार रुपया दूंगा, वीडियो वायरल
बारााबंकी में सीएचसी हैदरगढ़ के वैक्सीनेशन सेंटर पर सिपाही ने हंगामा किया। इस दौरान लोगों से खूब अभद्रता भी की। इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो में सिपाही की आवाज लडख़ड़ा रही है जिससे उसके नशे में होने की बात कही जा रही है।
बाराबंकी, संवाद सूत्र। नशे में धुत सिपाही ने बुधवार की सुबह सीएचसी हैदरगढ़ के वैक्सीनेशन सेंटर पर हंगामा किया। इस दौरान लोगों से खूब अभद्रता भी की। इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो में सिपाही की आवाज लडख़ड़ा रही है, जिससे उसके नशे में होने की बात कही जा रही है। वह कह रहा है कि...'पांच हजार रुपया ले लो और हमारा ट्रांसफर करवा दो।' इतना ही नहीं वह यह भी कह रहा है कि 'मैं हैदरगढ़ कोतवाली में तैनात नहीं हूं। 65 किलोमीटर से यहां ड्यूटी करने आता हूं और ट्रांसफर करवाना चाहता हूं।'
बताया जाता कि यह सिपाही करीब डेढ़ माह से यहां ड्यूटी कर रहा है और नशे में धुत होकर यहां अक्सर हंगामा करता रहता है। इसकी अभद्रता से क्षुब्ध होकर बड़ी संख्या में लोग बगैर टीका लगवाए ही लौट गए हैं। बावर्दी इस सिपाही की नेम प्लेट पर प्रेम प्रकाश सिंह लिखा है। सीओ हैदरगढ़ नवीन सिंह ने मामले की जानकारी कर बताने की बात कही, जबकि कोतवाल बृजेश वर्मा ने जानकारी से ही इन्कार किया है।
एसपी बोले कराएंगे मामले की जांच :
सिपाही के नशे में धुत होने का वायरल वीडियो की सत्यता की जांच कराई जाएगी। कभी-कभार साल दो साल पुराने वीडियो भी वायरल होते रहे हैं। पुष्टि होने पर संबंधित पुलिसकर्मी के निलंबन सहित अन्य सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। -यमुना प्रसाद, एसपी, बाराबंकी।
नशे में धुत पुलिसकर्मी पहले भी कर चुके हैं हंगामा : 23 जून 2013 को बाराबंकी हवालात ड्यूटी के लिए पुलिस लाइंस में तैनात सिपाही शिवबली सिंह शराब के ठेके पर पहुंच गया। नशे में धुत होकर एक होटल पहुंचे सिपाही ने कई लोगों पर रायफल तान दिया। घंटों हंगामा काटने वाले सिपाही कोतवाली पुलिस हिरासत में लेकर चिकित्सकीय परीक्षण कराया और उसका चालान किया। तत्कालीन एसपी वसीम अहमद ने सिपाही को निलंबित कर दिया था।
05 अप्रैल 2018 को शराब के नशे में धुत बिना वर्दी के एक सिपाही ने मंगलवार की देर रात जमकर हंगामा किया था और रेलवे स्टेशन के बाहर जनता से मारपीट की। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। मामला संज्ञान में आने पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने आरोपित सिपाही का रात में ही चिकित्सकीय परीक्षण कराया। मामले की जांच कर सीओ सदर ने एसपी को रिपोर्ट दी, जिसके बाद एसपी ने आरोपित सिपाही को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया था