अगर पीते हैं जरूरत से ज्यादा पानी, तो झेलनी पड़ेगी की परेशानी
ओवर हाईड्रेशन से भी हो सकती हैं कई बीमारिया। गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीज बिना चिकित्सीय परामर्श न करें वॉटर इंटेक।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। पानी हमारे शरीर की सभी क्रियाओं को ठीक तरह से संचालित करने के लिए बेहद जरूरी होता है। खासतौर पर गर्मियों और ह्यूमिडिटी के मौसम में शरीर में पानी की जरूरत ज्यादा होती है। डॉक्टर भी दिन भर में ढाई से साढ़े तीन लीटर पानी पीने की सलाह देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कम पानी पीना ही नहीं बल्कि जरूरत से ज्यादा पानी पीना भी सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। अत्यधिक पानी पीने से शरीर को ओवर हाईड्रेशन की समस्या हो जाती है। इससे शरीर को गंभीर नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए हमेशा अपने चिकित्सक के परामर्श के आधार पर ही वॉटर इनटेक लेना चाहिए। खासतौर पर जब आप किसी तरह की पुरानी बीमारी से जूझ रहे हों। आइए जानते हैं क्या है यह रोग और क्या हैं इससे बचने के उपाय। हो सकती है हाइपोनेटर्मिया:
केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.डी हिमाशू ने बताया कि ओवरहाइड्रेशन की अवस्था एक्सरसाइज करने वालों में हाइपोनेटर्मिया के नाम से जानी जाती है। हालाकि हाइपोनेटर्मिया के और भी कारण होते हैं, लेकिन ओवरहाइड्रेशन सबसे प्रमुख कारण होता है।
कम हो जाता है सोडियम का स्तर:
हाइपोनेटर्मिया ज्यादा पानी या स्पोर्ट्स डिंक पीने वालों में होता है क्योंकि इससे उनके खून में मौजूद नमक (सोडियम) का स्तर सामान्य से कम हो जाता है। ब्लड सॉल्ट लेवल में अचानक गिरावट आने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स के काम प्रभावित हो जाते हैं। इससे कोशिकाओं को संकेत भेजने की क्षमता क्षीण हो जाती है। साथ ही दिमाग पर भी असर पड़ता है। वहीं सोडियम का स्तर 135 मिलीमीटर प्रति लीटर नीचे आ जाए तो यह कोशिकाओं में सूजन पैदा कर सकता है। इसमें उल्टी, थकान और सिर दर्द आदि होने लगता है। कैसे होता है ओवरहाइड्रेशन:
हमारे शरीर का 70 प्रतिशत हिस्सा पानी है। जिस तरह कम पानी पीने पर डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है उसी तरह जरूरत से ज्यादा पानी पीने पर ओवरहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। ओवरहाइड्रेशन अगर किडनी के मरीज बिना चिकित्सीय परामर्श के करें तो किडनी को नुकसान होता है। इस रोग के होने पर पेशाब का रंग पीला या मटमैला हो जाता है। रखें ध्यान:
सामान्य व्यक्ति को दिनभर में ढाई से साढ़े तीन लीटर पानी पीना चाहिए। यह गर्मियों और नमी के मौसम में बढ़ भी सकती है। साथ ही ऐसे मौसम में नींबू, नमक और चीनी के घोल का सेवन भी किया जाता है। वहीं सामान्य व्यक्तियों को भी जरूरत से ज्यादा पानी पीने से बचना चाहिए। वहीं अगर आप किसी भी तरह की पुरानी बीमारी जैसे, मधुमेह, हार्ट, फेफड़े और किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं, तो हमेशा चिकित्सीय परामर्श से ही पानी पीना चाहिए।