मॉरीशस में ¨हदी पर व्याख्यान देंगे डॉ. सुरेंद्र विक्रम
विदेश मंत्रालय की ओर से 11वां विश्व ¨हदी सम्मेलन, बाल साहित्य पर 40 वर्षो से कर रहे अनवरत कार्य
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की ओर से 18 अगस्त को मॉरीशस में होने वाले तीन दिवसीय 11वें विश्व ¨हदी सम्मेलन में शामिल होने वाले वरिष्ठ बाल साहित्यकार डॉ. सुरेंद्र विक्रम प्रदेश के अकेले शासकीय प्रतिनिधि होंगे। लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज में ¨हदी विभागाध्यक्ष एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र विक्रम को इस बाबत भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से औपचारिक पत्र प्राप्त हो चुका है। सरकारी प्रतिनिधि मंडल में नामित डॉ. सुरेंद्र विक्रम इस सम्मेलन में '¨हदी बाल साहित्य और भारतीय संस्कृति' विषय पर व्याख्यान देंगे। दैनिक जागरण से उन्होंने साझा किए अपने अनुभव। कार्यशालाओं में करते हैं प्रशिक्षित
वरिष्ठ बाल साहित्यकार डॉ. सुरेंद्र विक्रम कहते हैं, बच्चे देश का भविष्य हैं। उनका संपूर्ण विकास तभी होगा जब उन्हें अच्छी व प्रभावी शिक्षा मिलेगी। इसलिए ¨हदी को प्रोत्साहित करने के लिए मैं लगातार कार्यशालाओं के माध्यम से शिक्षकों को प्रशिक्षित करता रहता हूं। डॉ. विक्रम की बाल साहित्य से जुड़ी ¨हदी की अब तक 24 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। ¨हदी बाल पत्रकारिता उद्भव और विकास, समकालीन बाल साहित्य : परख और पहचान, बाल साहित्य : शोध समीक्षा संदर्भ और ¨हदी बाल साहित्य विविध परिदृश्य कई ग्रंथ प्रकाशित हो चुके हैं। डिजिटल माध्यम भी हैं कारगर
डॉ. विक्रम कहते हैं, आजकल के बच्चे अपना ज्यादातर समय मोबाइल और इंटरनेट पर बिताते हैं। इसलिए उनकी रुचि को ध्यान में रखते हुए यूट्यूब पर कविताओं और कहानियों को अपलोड किया गया है, ताकि वीडियो के जरिये रोचक माध्यम से बच्चों तक संदेशपरक साहित्य पहुंचे। यूट्यूब पर 'मन करता है' और 'उलझन' कविता के 25 वर्जन अलग-अलग भाषाओं में देशभर के बच्चों का ज्ञानवर्द्धन कर रहे हैं।